Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2023 · 1 min read

घायल तुझे नींद आये न आये

ख़ुदा तेरी रहमत का साया बहुत है
जरूरी नहीं तू गले से लगाये

है काफी बस इतना
कि रोयें अगर हम
तू दे कर तसल्ली
ज़रा मुस्कराए

वो शैतान क्यूँ बन गये
राज़ क्या है
या कह दे नहीं हैं
वो हव्वा के जाए

यहाँ से ख़ुशी
भागती जा रही है
लपकते चले आ रहे
ग़म के साये

चमन की ज़रा बेकसी
देखना तुम
की खुद बागबां
अपना आशियाँ जलाए

मेरी मौत पर
हंस रहा था जमाना
फरिश्तों के आंसू
मगर रुक न पाए

है काफी कि मालिक
निगाहों में तू है
“घायल” तुझे नींद आये न आये
(कब्र में)

96 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
देशी तालिबान
देशी तालिबान
Shekhar Chandra Mitra
यह सूखे होंठ समंदर की मेहरबानी है
यह सूखे होंठ समंदर की मेहरबानी है
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
इश्क़ ला हासिल का हासिल कुछ नहीं
इश्क़ ला हासिल का हासिल कुछ नहीं
shabina. Naaz
बाबा साहब आम्बेडकर
बाबा साहब आम्बेडकर
Aditya Prakash
कुछ समझ में
कुछ समझ में
Dr fauzia Naseem shad
महाकवि नीरज के बहाने (संस्मरण)
महाकवि नीरज के बहाने (संस्मरण)
Kanchan Khanna
विश्वासघात
विश्वासघात
Seema 'Tu hai na'
वो इक नदी सी
वो इक नदी सी
Kavita Chouhan
बहंगी लचकत जाय
बहंगी लचकत जाय
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
पिता अब बुढाने लगे है
पिता अब बुढाने लगे है
n_upadhye
■ वंदन-अभिनंदन
■ वंदन-अभिनंदन
*Author प्रणय प्रभात*
प्रकृति
प्रकृति
Mukesh Kumar Sonkar
*#महापुरुषों_के_पत्र* (संस्मरण)
*#महापुरुषों_के_पत्र* (संस्मरण)
Ravi Prakash
लो विदा अब
लो विदा अब
Dr. Girish Chandra Agarwal
तू मेरा मैं  तेरी हो जाऊं
तू मेरा मैं तेरी हो जाऊं
Ananya Sahu
*पापा … मेरे पापा …*
*पापा … मेरे पापा …*
Neelam Chaudhary
मेरा शिमला
मेरा शिमला
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तारीफ़ क्या करू तुम्हारे शबाब की
तारीफ़ क्या करू तुम्हारे शबाब की
Ram Krishan Rastogi
मेरा इंतजार करना।
मेरा इंतजार करना।
Taj Mohammad
💐प्रेम कौतुक-272💐
💐प्रेम कौतुक-272💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फितरत
फितरत
Surya Barman
विश्वास किसी पर इतना करो
विश्वास किसी पर इतना करो
नेताम आर सी
ऐसे थे मेरे पिता
ऐसे थे मेरे पिता
Minal Aggarwal
जिंदगी में जो उजाले दे सितारा न दिखा।
जिंदगी में जो उजाले दे सितारा न दिखा।
सत्य कुमार प्रेमी
जब उम्मीदों की स्याही कलम के साथ चलती है।
जब उम्मीदों की स्याही कलम के साथ चलती है।
Manisha Manjari
जिन्दगी से क्या मिला
जिन्दगी से क्या मिला
Anamika Singh
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
औरत का जीवन
औरत का जीवन
Dheerja Sharma
शत शत नमन उन सपूतों को
शत शत नमन उन सपूतों को
gurudeenverma198
जुगाड़
जुगाड़
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...