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7 Sep 2024 · 1 min read

ग्यारह होना

दुःख मे एक-एक ग्यारह होना
कभी न नौ दो ग्यारह होना।

शून्य एक को लाख करे, तुम
ग्यारह ग्यारह ग्यारह होना।

ब्रह्मा, विष्णु, महेश एक हैं
जैसे एक सौ ग्यारह होना।

पसीना पीकर वेतन का है
साढ़े दस से ग्यारह होना।

कट्टर मानसिकता के हाथों
हमले छब्बीस ग्यारह होना।

बिंदास को दफ़्तर मे ही
रात के साढ़े ग्यारह होना।

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