Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2016 · 1 min read

गीत

गीत :

नित करूंगा बात तुमसे
कोई सम्बोधन न दूँगा
सब तुम्हे अर्पण करूंगा
किन्तु अपना मन न दूंगा

फूल सा दिन में खिला हूँ शाम को मुरझा रहा हूँ
पर ख़ुशी इस बात की
कुछ देर तो इठला रहा हूँ

कुछ सुमन दे दूंगा तुमको
समूचा उपवन न दूँगा

याद आता है सदा ही
खेलता बचपन सुहाना
कागजों की किश्तियों को
दूर तक जल में बहाना

पूरा यौवन भले ले लो
सुनहरा बचपन न दूँगा

चेहरे पे चेहरा चढ़ा कर
घर से बाहर निकलते हो
एक छलिये की तरह तुम
रूप अपना बदलते हो

सब मुखौटे सौंप दूंगा
एक भी दरपन न दूंगा

बंद कमरों की घुटन में
ज़िन्दगी पथरा रही है
तोड़ अब सारी दीवारें
सांस लेने आ रही है

घर महल सारा ही ले लो
बस खुला आँगन न दूंगा

–हेमन्त सक्सेना–

Language: Hindi
248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
-- मुंह पर टीका करना --
-- मुंह पर टीका करना --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
💐अज्ञात के प्रति-143💐
💐अज्ञात के प्रति-143💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खुशी बेहिसाब
खुशी बेहिसाब
shabina. Naaz
"राजनीति"
Dr. Kishan tandon kranti
"परखना सीख जाओगे "
Slok maurya "umang"
सुबह की किरणों ने, क्षितिज़ को रौशन किया कुछ ऐसे, मद्धम होती साँसों पर, संजीवनी का असर हुआ हो जैसे।
सुबह की किरणों ने, क्षितिज़ को रौशन किया कुछ ऐसे, मद्धम होती साँसों पर, संजीवनी का असर हुआ हो जैसे।
Manisha Manjari
रावण कौन!
रावण कौन!
Deepak Kohli
लाख दुआएं दूंगा मैं अब टूटे दिल से
लाख दुआएं दूंगा मैं अब टूटे दिल से
Shivkumar Bilagrami
यह कैसी खामोशी है
यह कैसी खामोशी है
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
यक्षिणी / MUSAFIR BAITHA
यक्षिणी / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Life is too short to admire,
Life is too short to admire,
Sakshi Tripathi
✍️ज़ख्मो का स्वाद✍️
✍️ज़ख्मो का स्वाद✍️
'अशांत' शेखर
रसूल ए खुदा।
रसूल ए खुदा।
Taj Mohammad
"हर रास्ते में फूलों से ना होगा सामना
कवि दीपक बवेजा
खुशियाँ
खुशियाँ
Dr Shelly Jaggi
जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग
जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मेहनती मोहन
मेहनती मोहन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शेर
शेर
Rajiv Vishal (Rohtasi)
✍️गलती ✍️
✍️गलती ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
कलम
कलम
Sushil chauhan
तुम जो खुद को उदास
तुम जो खुद को उदास
Dr fauzia Naseem shad
बड़ा गुरुर था रावण को भी अपने भ्रातृ रूपी अस्त्र पर
बड़ा गुरुर था रावण को भी अपने भ्रातृ रूपी अस्त्र पर
सुनील कुमार
■ इसे भूलना मत...
■ इसे भूलना मत...
*Author प्रणय प्रभात*
*अमूल्य निधि का मूल्य (हास्य व्यंग्य)*
*अमूल्य निधि का मूल्य (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
विन्यास
विन्यास
DR ARUN KUMAR SHASTRI
-अपनो के घाव -
-अपनो के घाव -
bharat gehlot
" किन्नर के मन की बात “
Dr Meenu Poonia
अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आजादी की कभी शाम ना हम होने देंगे
आजादी की कभी शाम ना हम होने देंगे
Ram Krishan Rastogi
मेरा यार
मेरा यार
rkchaudhary2012
Loading...