Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

गीत

आज भी सूरत देखकर सम्मान मिलता है,
सच कहने वाले को सदा अपमान मिलता है।।
एक सच देखा है बदनाम जगहों पर हमेशा,
पहले आने वाले को उचित स्थान मिलता है।।
योग्यता रह जाती है पीछे, प्रसिद्धि के आगे,
रसूखदारों को मुंहमांगा मुकाम मिलता है।।
कलम बिकती है लिखने वाले भी बिकते हैं,
बिक जाती हैं ग़ज़लें जो सही दाम मिलता है।।
यूं तो बाजार में हर चीज की कीमत मुकर्रर है,
बस, यहां कौड़ियों के भाव में इंसान बिकता है।।
जय प्रकाश श्रीवास्तव पूनम

Language: Hindi
118 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Jai Prakash Srivastav
View all

You may also like these posts

4529.*पूर्णिका*
4529.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुर्ख बिंदी
सुर्ख बिंदी
Awadhesh Singh
यही तो जिंदगी है
यही तो जिंदगी है
gurudeenverma198
सत्य बोलना,
सत्य बोलना,
Buddha Prakash
*श्री विजय कुमार अग्रवाल*
*श्री विजय कुमार अग्रवाल*
Ravi Prakash
कविता
कविता
Nmita Sharma
तेरी मुस्कान होती है
तेरी मुस्कान होती है
Namita Gupta
अच्छा सुनो,
अच्छा सुनो,
Jyoti Roshni
- तुम अगर साथ देते तो हम आज नामचीन होते -
- तुम अगर साथ देते तो हम आज नामचीन होते -
bharat gehlot
*शिव रक्षा स्तोत्रम*
*शिव रक्षा स्तोत्रम*
Rambali Mishra
वैसे अपने अपने विचार है
वैसे अपने अपने विचार है
शेखर सिंह
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
Ranjeet kumar patre
माँ मेरी जान
माँ मेरी जान
डिजेन्द्र कुर्रे
आज कल लोगों को बताओ तब उनको पता लगता है कुछ हुआ है।
आज कल लोगों को बताओ तब उनको पता लगता है कुछ हुआ है।
पूर्वार्थ
महानगर के पेड़ों की व्यथा
महानगर के पेड़ों की व्यथा
Anil Kumar Mishra
sp118 माता-पिता ने
sp118 माता-पिता ने
Manoj Shrivastava
..
..
*प्रणय*
हिंदुस्तान के लाल
हिंदुस्तान के लाल
Aman Kumar Holy
अंदाज़े शायरी
अंदाज़े शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पेड़ पौधे और खुशहाली
पेड़ पौधे और खुशहाली
Mahender Singh
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
Dr. Man Mohan Krishna
खुद स्वर्ण बन
खुद स्वर्ण बन
Surinder blackpen
शेर अर्ज किया है
शेर अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
दुश्मनों की कमी नहीं जिंदगी में ...
दुश्मनों की कमी नहीं जिंदगी में ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
खूबी
खूबी
Ruchi Sharma
मातृत्व
मातृत्व
साहित्य गौरव
"एक उम्र के बाद"
Dr. Kishan tandon kranti
ये और मैं
ये और मैं
Sakhi
नींद तब आये मेरी आंखों को,
नींद तब आये मेरी आंखों को,
Dr fauzia Naseem shad
Loading...