Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2024 · 1 min read

“गिल्ली-डण्डा”

“गिल्ली-डण्डा”
गिल्ली डण्डा का नाम सुनकर
जी लोटपोट हो जाता,
किसी पेड़ की एक टहनी से
गिल्ली डण्डा बन जाता।
बचपन की मधुर स्मृतियों में
गिल्ली ही सबसे मीठी,
ढूँढ़ने को हम बहुत ढूँढ़ें मगर
ऐसी प्रीत न दिखी।

2 Likes · 2 Comments · 92 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

"तलाश"
Dr. Kishan tandon kranti
श्री राम
श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जल संरक्षरण है अपना कर्तव्य
जल संरक्षरण है अपना कर्तव्य
Buddha Prakash
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
Atul "Krishn"
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
*निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी
Poonam Matia
यूं संघर्षों में पूरी ज़िंदगी बेरंग हो जाती है,
यूं संघर्षों में पूरी ज़िंदगी बेरंग हो जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी भी काम को बोझ समझने वाले अक्सर जिंदगी के संघर्षों और चु
किसी भी काम को बोझ समझने वाले अक्सर जिंदगी के संघर्षों और चु
Rj Anand Prajapati
एक तरफा दोस्ती की कीमत
एक तरफा दोस्ती की कीमत
SHAMA PARVEEN
क्या विरासत में
क्या विरासत में
Dr fauzia Naseem shad
हम तुम
हम तुम
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
(1ग़ज़ल) बंजर पड़ी हैं धरती देखें सभी नदी को
(1ग़ज़ल) बंजर पड़ी हैं धरती देखें सभी नदी को
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
भीरू नही,वीर हूं।
भीरू नही,वीर हूं।
Sunny kumar kabira
बेखबर को
बेखबर को
सिद्धार्थ गोरखपुरी
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
छूटा उसका हाथ
छूटा उसका हाथ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
साजन तुम आ जाना...
साजन तुम आ जाना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
फिल्म तो सती-प्रथा,
फिल्म तो सती-प्रथा,
शेखर सिंह
जय माता दी -
जय माता दी -
Raju Gajbhiye
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
ओनिका सेतिया 'अनु '
कर इश्क केवल नजरों से मुहब्बत के बाजार में l
कर इश्क केवल नजरों से मुहब्बत के बाजार में l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
आखिर क्यों?
आखिर क्यों?
Rekha khichi
सनातन की रक्षा
सनातन की रक्षा
Mahesh Ojha
My Guardian Angel
My Guardian Angel
Manisha Manjari
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
पापा तुम्हारे ना होने पर.…..
पापा तुम्हारे ना होने पर.…..
पं अंजू पांडेय अश्रु
अनुप्रास अलंकार
अनुप्रास अलंकार
नूरफातिमा खातून नूरी
हम भी जिंदगी भर उम्मीदों के साए में चलें,
हम भी जिंदगी भर उम्मीदों के साए में चलें,
manjula chauhan
आज मौसम में एक
आज मौसम में एक
अमित कुमार
Loading...