Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2023 · 1 min read

“गिल्ली-डण्डा”

“गिल्ली-डण्डा”
गिल्ली-डण्डा का नाम सुनकर
जी लोटपोट हो जाता,
किसी पेड़ की इक टहनी से
गिल्ली-डण्डा बन जाता।
बचपन की मधुर स्मृतियों में
गिल्ली ही सबसे मीठी,
ढूँढ़ने को तो बहुत ढूँढ़े मगर
ऐसी प्रीत ना दिखी।

13 Likes · 9 Comments · 131 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
Dr MusafiR BaithA
मैं अपना गाँव छोड़कर शहर आया हूँ
मैं अपना गाँव छोड़कर शहर आया हूँ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ज़िंदगी तेरे मिज़ाज से
ज़िंदगी तेरे मिज़ाज से
Dr fauzia Naseem shad
Param Himalaya
Param Himalaya
Param Himalaya
भले वो चाँद के जैसा नही है।
भले वो चाँद के जैसा नही है।
Shah Alam Hindustani
कैसे पाएं पार
कैसे पाएं पार
surenderpal vaidya
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Aditya Prakash
तुम्हारे सिवा और दिल में नहीं
तुम्हारे सिवा और दिल में नहीं
gurudeenverma198
💐प्रेम कौतुक-282💐
💐प्रेम कौतुक-282💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अज्ञानी की कलम
अज्ञानी की कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
उपहार (फ़ादर्स डे पर विशेष)
उपहार (फ़ादर्स डे पर विशेष)
drpranavds
मेरे पिता
मेरे पिता
Dr.Pratibha Prakash
वक़्त बे-वक़्त तुझे याद किया
वक़्त बे-वक़्त तुझे याद किया
Anis Shah
"किसी की नज़र ना लगे"
Dr. Kishan tandon kranti
■ हर जगह मारा-मारी है जी अब। और कोई काम बचा नहीं बिना लागत क
■ हर जगह मारा-मारी है जी अब। और कोई काम बचा नहीं बिना लागत क
*Author प्रणय प्रभात*
दो पल की जिन्दगी मिली ,
दो पल की जिन्दगी मिली ,
Nishant prakhar
मां गंगा ऐसा वर दे
मां गंगा ऐसा वर दे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चलो जहाँ की रूसवाईयों से दूर चलें
चलो जहाँ की रूसवाईयों से दूर चलें
VINOD KUMAR CHAUHAN
मास्टर जी: एक अनकही प्रेमकथा (प्रतिनिधि कहानी)
मास्टर जी: एक अनकही प्रेमकथा (प्रतिनिधि कहानी)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुकाम यू ही मिलते जाएंगे,
मुकाम यू ही मिलते जाएंगे,
Buddha Prakash
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
✍️जिगरबाज दिल जुड़ा है
✍️जिगरबाज दिल जुड़ा है
'अशांत' शेखर
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आज़ाद हो जाओ
आज़ाद हो जाओ
Shekhar Chandra Mitra
जज़्बातों की धुंध, जब दिलों को देगा देती है, मेरे कलम की क़िस्मत को, शब्दों की दुआ देती है।
जज़्बातों की धुंध, जब दिलों को देगा देती है, मेरे कलम की क़िस्मत को, शब्दों की दुआ देती है।
Manisha Manjari
*कोई अपना पराया है (हिंदी गजल/गीतिका)*
*कोई अपना पराया है (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
संस्कार जगाएँ
संस्कार जगाएँ
Anamika Singh
रूह बनकर उतरती है, रख लेता हूँ,
रूह बनकर उतरती है, रख लेता हूँ,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
भूल ना पाऊं।
भूल ना पाऊं।
Taj Mohammad
"स्कूल चलो अभियान"
Dushyant Kumar
Loading...