Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

गांधी जी का चौथा बंदर

गांधी बाबा
पहले आप के बंदर थे तीन
अब हो गए हैं चार
प्रथम तीनों ने दी अच्छी सीख
लेकिन चौथा कर रहा है भ्रष्टाचार
वह अजीब है
अपने आप में निराला है
तीनों से अलग है, आला है
उसके आँख, कान और मुँह
सब खुले हैं
लेकिन निष्क्रिय हैं
कुछ भी न करने पर तुले हैं
वह बुराई न देखता है, न सुनता है
और न ही बोलता है
बस मस्ती में डोलता है
उसके सबसे सक्रिय अंग हैं हाँथ
जो पहले तीनों बंदरों के नहीं देते साथ
पर उसके हमेशा मेज के नीचे जाते हैं
और सामने वाले के हाथ की गड्डी
अपनी जेबों तक लाते हैं
आपके तीनों बंदरों की तुलना में
चौथे की स्थिति भारी है
यह चौथा बंदर कोई और नहीं
आपके देश का भ्रष्ट अधिकारी है।

1 Like · 660 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
View all

You may also like these posts

फ़ासले
फ़ासले
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
सौभाग्य मिले
सौभाग्य मिले
Pratibha Pandey
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
Er.Navaneet R Shandily
ज़ब्त को जितना आज़माया है
ज़ब्त को जितना आज़माया है
Dr fauzia Naseem shad
मुरधर वाळा देस मे जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ। 💓
मुरधर वाळा देस मे जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ। 💓
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"चाँद सा चेहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
आज़ तेरा है कल मेरा हो जायेगा
आज़ तेरा है कल मेरा हो जायेगा
Keshav kishor Kumar
अंधेरे की रोशनी हो तुम।
अंधेरे की रोशनी हो तुम।
Rj Anand Prajapati
दिलकश नज़ारा
दिलकश नज़ारा
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
कपट
कपट
Sanjay ' शून्य'
मोहब्बत में जीत कहां मिलती है,
मोहब्बत में जीत कहां मिलती है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
आजकल / (नवगीत)
आजकल / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आखिरी सहारा
आखिरी सहारा
सुशील भारती
3297.*पूर्णिका*
3297.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कल चमन, गुलजार होगा.....
कल चमन, गुलजार होगा.....
TAMANNA BILASPURI
आसान नहीं
आसान नहीं
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सभी को होली की राम राम जय श्री कृष्णा जी 🙏 🙏 🎉 🎉
सभी को होली की राम राम जय श्री कृष्णा जी 🙏 🙏 🎉 🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
यही मानवता का सन्देश हो
यही मानवता का सन्देश हो
manorath maharaj
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
Suryakant Dwivedi
कुछ कर गुजर जाने की तमन्ना हो दिल में तो रास्ते खुद ही निकल
कुछ कर गुजर जाने की तमन्ना हो दिल में तो रास्ते खुद ही निकल
DR. RAKESH KUMAR KURRE
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
"I'm someone who wouldn't mind spending all day alone.
पूर्वार्थ
कभी-कभी हम यूँ ही उदास हो जाते हैं,
कभी-कभी हम यूँ ही उदास हो जाते हैं,
पूर्वार्थ देव
प्रेम
प्रेम
विशाल शुक्ल
अपने किरदार से चमकता है इंसान,
अपने किरदार से चमकता है इंसान,
शेखर सिंह
चर्चा बा राजधानी में
चर्चा बा राजधानी में
Shekhar Chandra Mitra
आस्था का घर
आस्था का घर
Chitra Bisht
मत्तागयन्द/मालती छंद
मत्तागयन्द/मालती छंद
Dr Archana Gupta
मत गिनाओ कमियां बुजुर्गों की
मत गिनाओ कमियां बुजुर्गों की
Ram Krishan Rastogi
Loading...