Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2016 · 1 min read

गाँव की है धानी सी धरा//गीत

गाँव की है धानी सी धरा
अमिट यहाँ कुदरत की माया
देख मन- मयूरा झूम उठा
सावन श्याम घटा है छाया

सुरमई मतबाली है शाम
दुल्हन यहाँ धरती की रानी
मधुरं है गाँवों का भारत
जहा में है ना रे अनोखा

ये चित्रमयी भारत है केनिशा
चंदन धरा हर राह कुनिका
कशिश,कृपी,क्यमत हर दिशा
अजब-गजब कुदरत की कलिका

उड़ती है अंबर में गगनचर
गाती है वन में वनप्रिया
देखो रे यहाँ स्वर्ग है धरा
चहुंओर है हरित चुनरिया

धूप छाँव सी दिव्य जीवन
गाँव की धरती है रे कमला
उन्मुक्त है जीवन नहीं बंदिश
मनरंगी-सतरंगी है आसमां

गीतकार:-दुष्यंत कुमार पटेल”चित्रांश”

Language: Hindi
Tag: गीत
542 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Dushyant Kumar Patel
View all
You may also like:
कभी जब देखोगी तुम
कभी जब देखोगी तुम
gurudeenverma198
कविता
कविता
Shyam Pandey
*कभी वह सोहनी होती, कभी वह हीर होती है (मुक्तक)*
*कभी वह सोहनी होती, कभी वह हीर होती है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
सागर से दूरी धरो,
सागर से दूरी धरो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
खुद को इतना मजबूत बनाइए कि लोग आपसे प्यार करने के लिए मजबूर
खुद को इतना मजबूत बनाइए कि लोग आपसे प्यार करने के लिए मजबूर
ruby kumari
मेरा दर्पण
मेरा दर्पण
Shiva Awasthi
अपना दिल
अपना दिल
Dr fauzia Naseem shad
23/65.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/65.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गिरोहबंदी ...
गिरोहबंदी ...
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बरगद पीपल नीम तरु
बरगद पीपल नीम तरु
लक्ष्मी सिंह
शार्टकट
शार्टकट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आइना अपने दिल का साफ़ किया
आइना अपने दिल का साफ़ किया
Anis Shah
मातृभूमि तुझ्रे प्रणाम
मातृभूमि तुझ्रे प्रणाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम्हारे स्वप्न अपने नैन में हर पल संजोती हूँ
तुम्हारे स्वप्न अपने नैन में हर पल संजोती हूँ
Dr Archana Gupta
शिर ऊँचा कर
शिर ऊँचा कर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
गुरु असीम ज्ञानों का दाता 🌷🙏
गुरु असीम ज्ञानों का दाता 🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
देव प्रबोधिनी एकादशी
देव प्रबोधिनी एकादशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
!! बच्चों की होली !!
!! बच्चों की होली !!
Chunnu Lal Gupta
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
Neelam Sharma
9 इंच ज्यादा या 5+5 इंच !!
9 इंच ज्यादा या 5+5 इंच !!
Rakesh Bahanwal
दोहा
दोहा
Dr. Sunita Singh
समझना तुझे है अगर जिंदगी को।
समझना तुझे है अगर जिंदगी को।
सत्य कुमार प्रेमी
कि दे दो हमें मोदी जी
कि दे दो हमें मोदी जी
Jatashankar Prajapati
गौर फरमाइए
गौर फरमाइए
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शराब
शराब
RAKESH RAKESH
फर्स्ट अप्रैल फूल पर एक कुंडली
फर्स्ट अप्रैल फूल पर एक कुंडली
Ram Krishan Rastogi
■ कविता / आह्वान करें...!!
■ कविता / आह्वान करें...!!
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे ख्याल से जीवन से ऊब जाना भी अच्छी बात है,
मेरे ख्याल से जीवन से ऊब जाना भी अच्छी बात है,
पूर्वार्थ
When the destination,
When the destination,
Dhriti Mishra
गम के बगैर
गम के बगैर
Swami Ganganiya
Loading...