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25 Aug 2024 · 1 min read

ग़म से भरी इस दुनियां में, तू ही अकेला ग़म में नहीं,

ग़म से भरी इस दुनियां में, तू ही अकेला ग़म में नहीं,
पूरी ग़ममय है ये दुनियां, कोई अकेले हम ही नहीं,
बिलखते हुए भी देखा उसको, तड़पते हुए भी देखा उसको,
फिर समझ आया कि जो कुछ उसके दिल में है,
शायद वो मेरे मन में नहीं,
ढूंढ ढूंढ कर खुशियों को मैं तो पागल हो गया, अब और ढूंढना खुशियों को शायद मेरे दम में नहीं,
ग़म से भरी इस दुनियां में, तू ही अकेला ग़म में नहीं।

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