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7 Jan 2022 · 1 min read

ग़म से कभी ना घबराएं !

ग़म से कभी ना घबराएं !
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ग़म से कभी भी ना घबराएं ,
ये हमें आगे तक ले जाते हैं !
मन भटकाव से सदा दूर रख ,
कार्यों में एकाग्रचित्त बनाते हैं !!

जो ग़म में डूबे रहते जब हम ,
किसी की भी नहीं सुन पाते हैं!
हरेक बातों को अनसुनी कर ,
बस , खुद पे ही छा जाते हैं !!

इस ग़म का दरिया कौन समझेगा ,
किसी में समझने की शक्ति कहाॅं ?
समय की धारा को कौन बदलेगा ,
किसी में ईश्वर की वैसी भक्ति कहाॅं??

कुछ ग़म सहने की शक्ति जो हो….
अनंत खुशियों के द्वार खुल जाते हैं !
ग़म से कभी भी विचलित ना हों….
नश्वर जीवन के सबक ये बता जाते हैं!!

जीवन का तो यह शाश्वत सत्य ही है ,
ये कभी ग़म व कभी खुशियाॅं लाएगी !
फिर ग़म को अपने सहन जो कर लें….
बेशक, खुशी के दरवाजे खटखटाएगी !!

अंतर्मन में छुपे अति को यह भगाता है ,
जीवन की विविधता को सामने लाता है !
बड़े लक्ष्य से जूझने की शक्ति दिलाता है ,
जीवन के सफ़र में कामयाबी दिलाता है !!

स्वरचित एवं मौलिक ।
सर्वाधिकार सुरक्षित ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
तिथि : 07 जनवरी, 2022.
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Language: Hindi
Tag: कविता
4 Likes · 357 Views
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