Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2016 · 1 min read

ग़ज़ल

न समझो शोर में शामिल वो सन्नाटा नहीं होगा ।
जो पूरा है अभी तक वो कभी आधा नहीं होगा ।।

अगर सच है तो सच ही है, अगर है झूठ तो क्या सच ?
ख़ुदा है तो ख़ुदा होगा, ख़ुदा जैसा नहीं होगा ।।

सुनाएँगे जहां को वो तो केवल दास्तां अपनी ।
पता है उनके होंठों पर मेरा किस्सा नहीं होगा ।।

बड़े ही शौक़ से उसने हमारे घर जलाये थे ।
मगर ख़ुद खाक होगा वो कभी सोचा नहीं होगा ।।

तबाही का अजब मंज़र दिखा कर कल गया था जो ,
तो क्या वो सरफिरा तूफ़ां कहीं ठहरा नहीं होगा ?

बड़ी उम्मीद ले कर सुब्ह उठता हूँ हरेक दिन मैं ।
बहुत मुमकिन है अब कोई यहाँ भूखा नहीं होगा ।।

बदल जाएँ मनाज़िर सब, सभी किरदार भी लेकिन,
तेरा नाटक पुराना है “नज़र” बदला नहीं होगा ।।

Nazar Dwivedi

499 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सागर की लहरों
सागर की लहरों
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
4746.*पूर्णिका*
4746.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"उसकी यादें"
ओसमणी साहू 'ओश'
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जय शारदा माँ
जय शारदा माँ
Mahesh Jain 'Jyoti'
तंबाकू की पुड़िया पर, लिखा है हर इक बात,
तंबाकू की पुड़िया पर, लिखा है हर इक बात,
पूर्वार्थ
*मोबाइल सी ये जिंदगी*
*मोबाइल सी ये जिंदगी*
shyamacharan kurmi
माफ सिया कर दिए गुनहगार हूं
माफ सिया कर दिए गुनहगार हूं
Baldev Chauhan
धूप निकले तो मुसाफिर को छांव की जरूरत होती है
धूप निकले तो मुसाफिर को छांव की जरूरत होती है
कवि दीपक बवेजा
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
आये हो तुम मेरे अंगना
आये हो तुम मेरे अंगना
Buddha Prakash
पानी की तरह रंग है वो कितनी हसीं है
पानी की तरह रंग है वो कितनी हसीं है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
Ravi Betulwala
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
बरसात
बरसात
Ashwani Kumar Jaiswal
अकेला गया था मैं
अकेला गया था मैं
Surinder blackpen
: कितनी प्यारी सहज सरल हो... ( हिन्दी दिवस पर )
: कितनी प्यारी सहज सरल हो... ( हिन्दी दिवस पर )
Avani Agrawal
*एक शपथ*
*एक शपथ*
*प्रणय*
മണം.
മണം.
Heera S
कू कू करती कोयल
कू कू करती कोयल
Mohan Pandey
अपना बेरीया लागेली भागे
अपना बेरीया लागेली भागे
नूरफातिमा खातून नूरी
रमेशराज के विरोधरस दोहे
रमेशराज के विरोधरस दोहे
कवि रमेशराज
थोथा चना
थोथा चना
Dr MusafiR BaithA
पत्थर भी रोता है
पत्थर भी रोता है
Kirtika Namdev
जमी से आसमा तक तेरी छांव रहे,
जमी से आसमा तक तेरी छांव रहे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
वीणा-पाणि वंदना
वीणा-पाणि वंदना
राधेश्याम "रागी"
आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर
आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
" दर्द "
Dr. Kishan tandon kranti
मैं तो निकला था चाहतों का कारवां लेकर
मैं तो निकला था चाहतों का कारवां लेकर
VINOD CHAUHAN
Loading...