Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

दर्द के किस्से सुनाता आदमी
जा रहा है मुस्कुराता आदमी

आँख से आँसू छलकते है भले
होठ से पर गुनगुनाता आदमी

साँस भी मजबूरियों की ले रहा
ज़िन्दगी का ज़हर खाता आदमी

इत्मिमानों के कई चेहरे लिए
रूह से है छटपटाता आदमी

मंजिलों की चाह में यूँ भटकता
ख़ुद से जाता ख़ुद में आता आदमी

नफरतों से जल रहे ज़ुबां मगर
प्यार के नगमें सुनाता आदमी

हमको लगता है महज़ इस दौर में
लूटता ख़ुद को लुटाता आदमी

Language: Hindi
1 Like · 76 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahendra Narayan
View all

You may also like these posts

कट्टर पंथ वो कोढ़ है जो अपने ही
कट्टर पंथ वो कोढ़ है जो अपने ही
Sonam Puneet Dubey
कहानी मंत्र कि समीक्षा
कहानी मंत्र कि समीक्षा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
shabina. Naaz
"कौन कहता है"
Dr. Kishan tandon kranti
जन्मदिन मुबारक हो
जन्मदिन मुबारक हो
Deepali Kalra
जन्मदिन मनाने की परंपरा दिखावे और फिजूलखर्ची !
जन्मदिन मनाने की परंपरा दिखावे और फिजूलखर्ची !
Shakil Alam
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
शिवा कहे,
शिवा कहे, "शिव" की वाणी, जन, दुनिया थर्राए।
SPK Sachin Lodhi
"Looking up at the stars, I know quite well
पूर्वार्थ
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा
देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
Sarfaraz Ahmed Aasee
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्या होता है क़ाफ़िया ,कहते किसे रदीफ़.
क्या होता है क़ाफ़िया ,कहते किसे रदीफ़.
RAMESH SHARMA
रामायण  के  राम  का , पूर्ण हुआ बनवास ।
रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास ।
sushil sarna
ख़्वाहिशें
ख़्वाहिशें
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मूल्यों में आ रही गिरावट समाधान क्या है ?
मूल्यों में आ रही गिरावट समाधान क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
गुरुर ज्यादा करोगे
गुरुर ज्यादा करोगे
Harminder Kaur
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
Shweta Soni
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों  से  ,
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों से ,
Neelofar Khan
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
आज भी अपमानित होती द्रौपदी।
आज भी अपमानित होती द्रौपदी।
Priya princess panwar
वो पहला मिलन.
वो पहला मिलन.
हिमांशु Kulshrestha
संजीदगी
संजीदगी
Shalini Mishra Tiwari
*नकली दाँतों से खाते हैं, साठ साल के बाद (हिंदी गजल/गीतिका)*
*नकली दाँतों से खाते हैं, साठ साल के बाद (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
👍
👍
*प्रणय*
उठ!जाग
उठ!जाग
राकेश पाठक कठारा
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
कभी वो कसम दिला कर खिलाया करती हैं
Jitendra Chhonkar
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...