Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2023 · 1 min read

ग़ज़ल

ये खबर हमने पढ़ी है आज के अखबार में।
दे रहे नारा महज जो लोग हैं सरकार में।।

बात पर उनकी फिदा जनता हमारे देश की,
सत्य देखा ही नहीं जिनके कभी किरदार में।

पाल बैठे हैं महज जो कुर्सियों की ख्वाहिशें,
लग रही हैं बोलियाँ उनकी सरे बाज़ार में।

आ गया मौसम चुनावी वोट पाने के लिए,
जा रहे हैं रोज नेता आज कल दरबार में।

देख लगता आँकड़ों को देश जन्नत बन गया,
पर जुदा तस्वीर दिखती हर जगह व्यवहार में।

चंद बातें पूछ लीं जब मुख्तलिफ आवाज़ ने,
बढ़ गईं बेचैनियाँ बेइंतहा रफ्तार में।

बेबसी अशआर में बोलो कहे कैसे ग़ज़ल,
महजबीं को देख शायर खो गया रुखसार में।
डाॅ बिपिन पाण्डेय

Language: Hindi
1 Like · 222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
12
12
Dr Archana Gupta
यादों की परछाइयां
यादों की परछाइयां
Shekhar Chandra Mitra
कदम चुप चाप से आगे बढ़ते जाते है
कदम चुप चाप से आगे बढ़ते जाते है
Dr.Priya Soni Khare
चंद दोहे....
चंद दोहे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
लौटना मुश्किल होता है
लौटना मुश्किल होता है
Saraswati Bajpai
शराफत में इसको मुहब्बत लिखेंगे।
शराफत में इसको मुहब्बत लिखेंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
सुबह का भूला
सुबह का भूला
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चमचागिरी
चमचागिरी
सूर्यकांत द्विवेदी
पहाड़ की सोच हम रखते हैं।
पहाड़ की सोच हम रखते हैं।
Neeraj Agarwal
अधूरी सी प्रेम कहानी
अधूरी सी प्रेम कहानी
Seema 'Tu hai na'
✍️ओ कान्हा ✍️
✍️ओ कान्हा ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हमारा तिरंगा
हमारा तिरंगा
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुझसे पहले क्या किसी ने
मुझसे पहले क्या किसी ने
gurudeenverma198
टूटा हूँ इतना कि जुड़ने का मन नही करता,
टूटा हूँ इतना कि जुड़ने का मन नही करता,
Vishal babu (vishu)
यह जिन्दगी
यह जिन्दगी
Anamika Singh
गणपति अभिनंदन
गणपति अभिनंदन
Shyam Sundar Subramanian
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ख़ामोशी में लफ़्ज़ हैं,
ख़ामोशी में लफ़्ज़ हैं,
*Author प्रणय प्रभात*
कहां छुपाऊं तुम्हें
कहां छुपाऊं तुम्हें
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ताकत
ताकत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हर चेहरा है खूबसूरत
हर चेहरा है खूबसूरत
Surinder blackpen
बापू के संजय
बापू के संजय
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शहद वाला
शहद वाला
शिवांश सिंघानिया
एक बेहतर जिंदगी का ख्वाब लिए जी रहे हैं सब
एक बेहतर जिंदगी का ख्वाब लिए जी रहे हैं सब
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन जीने की कला का नाम है
जीवन जीने की कला का नाम है
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पूरनमासी चंद्रमा , फागुन का शुभ मास [कुंडलिया]*
पूरनमासी चंद्रमा , फागुन का शुभ मास [कुंडलिया]*
Ravi Prakash
9-अधम वह आदमी की शक्ल में शैतान होता है
9-अधम वह आदमी की शक्ल में शैतान होता है
Ajay Kumar Vimal
दर्द को गर
दर्द को गर
Dr fauzia Naseem shad
दोस्ती
दोस्ती
राजेश बन्छोर
Loading...