Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2020 · 1 min read

ग़ज़ल

तंग हूं मैं तेरे दुनिया के चक्कर से
नीचे के चपरासी ऊपर के अफ़सर से
क़ौम की क़िस्मत तो ख़ुदा ही जानें
किसे फुर्सत आफिस से दफ़्तर से
गांव बड़ा अज़ीज़ है हमें गांव वालों
खुशहाली मांगती हूं शामों सहर से
शीशे का दिल है” नूरी “इंसानों का
बचकर रहना ज़माने के पत्थर से

नूरफातिमा खातून” नूरी”
‌ ३०/३/२०२०

1 Like · 318 Views

Books from नूरफातिमा खातून नूरी

You may also like:
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
कुज्रा-कुजर्नी ( #लोकमैथिली_हाइकु)
कुज्रा-कुजर्नी ( #लोकमैथिली_हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कलाम को सलाम
कलाम को सलाम
Satish Srijan
मोहब्बत के वादे
मोहब्बत के वादे
Umender kumar
सदियों की गुलामी
सदियों की गुलामी
Shekhar Chandra Mitra
💐Prodigy Love-49💐
💐Prodigy Love-49💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम्हारे रुख़सार यूँ दमकते
तुम्हारे रुख़सार यूँ दमकते
Anis Shah
ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें - नज़्म
ख़ामुश हुई ख़्वाहिशें - नज़्म
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
उसने
उसने
Ranjana Verma
■ व्यंग्य / बाक़ी सब बकवास...!!
■ व्यंग्य / बाक़ी सब बकवास...!!
*Author प्रणय प्रभात*
Fastest technology since ages that is human mind .stop using
Fastest technology since ages that is human mind .stop using
Nupur Pathak
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
Sakhawat Jisan
धर्मपथ : दिसंबर 2021
धर्मपथ : दिसंबर 2021
Ravi Prakash
इश्क मुकम्मल करके निकला
इश्क मुकम्मल करके निकला
कवि दीपक बवेजा
हिन्द का बेटा हूँ
हिन्द का बेटा हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरा दिल क्यो मचल रहा है
मेरा दिल क्यो मचल रहा है
Ram Krishan Rastogi
नहीं हूँ मैं किसी भी नाराज़
नहीं हूँ मैं किसी भी नाराज़
ruby kumari
पहचान
पहचान
Shashi kala vyas
संत कबीरदास
संत कबीरदास
Pravesh Shinde
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए खड़ा है,
वो टूटता तारा भी कितनों की उम्मीदों का भार लिए...
Manisha Manjari
तकल्लुफ नहीं किया
तकल्लुफ नहीं किया
Dr fauzia Naseem shad
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे इसके लिए स
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे...
Rj Anand Prajapati
कहां खो गए
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
जख्म के दाग हैं कितने मेरी लिखी किताबों में /
जख्म के दाग हैं कितने मेरी लिखी किताबों में /"लवकुश...
लवकुश यादव "अज़ल"
जुल्म मुझपे ना करो
जुल्म मुझपे ना करो
gurudeenverma198
सितारे  आजकल  हमारे
सितारे आजकल हमारे
shabina. Naaz
मुकुट उतरेगा
मुकुट उतरेगा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
धन की देवी
धन की देवी
कुंदन सिंह बिहारी
शेर
शेर
Rajiv Vishal
मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है ।
मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है ।
Arvind trivedi
Loading...