Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2016 · 1 min read

ग़ज़ल ( खुदा का रूप )

ग़ज़ल ( खुदा का रूप )

गर कोई हमसे कहे की रूप कैसा है खुदा का
हम यकीकन ये कहेंगे जिस तरह से यार है

संग गुजरे कुछ लम्हों की हो नहीं सकती है कीमत
गर तनहा होकर जीए तो बर्ष सौ बेकार हैं

सोचते है जब कभी हम क्या मिला क्या खो गया
दिल जिगर साँसें है अपनी पर न कुछ अधिकार है

याद कर सूरत सलोनी खुश हुआ करते हैं हम
प्यार से बह दर्द दे दें तो हमें स्वीकार है

जिस जगह पर पग धरा है उस जगह खुशबु मिली है
नाम लेने से ही अपनी जिंदगी गुलजार है

ये ख्बाहिश अपने दिल की है की कुछ नहीं अपना रहे
क्या मदन इसको ही कहते लोग अक्सर प्यार हैं

ग़ज़ल ( खुदा का रूप )
मदन मोहन सक्सेना

217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
Dr Archana Gupta
कहां गए (कविता)
कहां गए (कविता)
Akshay patel
जग की आद्या शक्ति हे ,माता तुम्हें प्रणाम( कुंडलिया )
जग की आद्या शक्ति हे ,माता तुम्हें प्रणाम( कुंडलिया )
Ravi Prakash
मोर
मोर
Manu Vashistha
प्रणय 7
प्रणय 7
Ankita Patel
हमारा हरियाणा प्रदेश
हमारा हरियाणा प्रदेश
Ram Krishan Rastogi
जवानी
जवानी
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
विचारों की अधिकता लोगों को शून्य कर देती है
विचारों की अधिकता लोगों को शून्य कर देती है
Amit Pandey
Dr. Arun Kumar shastri
Dr. Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-321💐
💐प्रेम कौतुक-321💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है
बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है
कवि दीपक बवेजा
हाथों में उसके कंगन
हाथों में उसके कंगन
VINOD KUMAR CHAUHAN
■ अलविदा 2022, सुस्वागतम 2023
■ अलविदा 2022, सुस्वागतम 2023
*Author प्रणय प्रभात*
जो मनुष्य सिर्फ अपने लिए जीता है,
जो मनुष्य सिर्फ अपने लिए जीता है,
नेताम आर सी
"प्रेम -मिलन '
DrLakshman Jha Parimal
हमनें मांगी कहां दुआ कोई
हमनें मांगी कहां दुआ कोई
Dr fauzia Naseem shad
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
Rashmi Sanjay
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
✍️चेहरा-ए-नक़्श✍️
✍️चेहरा-ए-नक़्श✍️
'अशांत' शेखर
2555.पूर्णिका
2555.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*बारिश सी बूंदों सी है प्रेम कहानी*
*बारिश सी बूंदों सी है प्रेम कहानी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" शीतल कूलर
Dr Meenu Poonia
मेरी बिखरी जिन्दगी के।
मेरी बिखरी जिन्दगी के।
Taj Mohammad
Book of the day: अर्चना की कुण्डलियाँ (भाग-2)
Book of the day: अर्चना की कुण्डलियाँ (भाग-2)
Sahityapedia
सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम
सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम
Srishty Bansal
हम भी क्या दीवाने हुआ करते थे
हम भी क्या दीवाने हुआ करते थे
shabina. Naaz
ऑन लाइन पेमेंट
ऑन लाइन पेमेंट
Satish Srijan
हुनर पे शायरी
हुनर पे शायरी
Vijay kumar Pandey
सार संभार
सार संभार
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"चापलूसी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...