गर जा रहे तो जाकर इक बार देख लेना।

गज़ल
221…..2122…..221…..2122
गर जा रहे तो जाकर इक बार देख लेना।
आंखों में मेरी रुककर इक बार देख लेना।
तुमको छुपा रखा है दुनियां से मेरे दिल में,
दिल में मेरे उतर कर इक बार देख लेना।
हॅंसते हुए है देखा अब रो पड़ूंगी जानम,
रोते हुए भी आकर इक बार देख लेना।
माने नहीं जो कहना नफ़रत करूंगी तुमसे,
नफ़रत भी मेरी प्रियवर इक बार देख लेना।
प्रेमी तुम्हें है चाहा ये जां निसार तुम पर,
मेरी कब़र को छूकर इक बार देख लेना।
……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी