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13 May 2024 · 1 min read

गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम

गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
मेरे दिल का सुकून मेरे दिल का आराम हो तुम
तुम हो तो सब कुछ है जिंदगी मे
मेरी खुशियों का दूसरा नाम हो तुम
ऋतुराज वर्मा

1 Like · 415 Views
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