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28 May 2024 · 1 min read

गर्मी के दोहे

सूरज दादा कर रहे,अपनी आंखें लाल
म ई की गर्मी से हुए,सकल जीव बेहाल
गर्मी रितु के बाद में, आएगी बरसात
मन यह ऐसा सोच कर, पुलकित करता गात

Language: Hindi
163 Views
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