Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2020 · 1 min read

गम के साये

******गम के साये********
***********************

मेरे मन अंदर यह ख्याल आए
जिन्दगी में क्यों हैं गम के साये

खुदा ने क्यों धूप – छांव बनाई
खुशी के साथ-साथ दी तन्हाई
क्यों निज हो जाते यहाँ पराये
जिन्दगी मे क्यों हैं गम के साये

फैंसले ना होते कचहरी में
बरसती बरसात दोपहरी में
नीला गगन ना बादल छाये
जिन्दगी में क्यों हैं गम के साये

पल में बिगड़ जाएं सारे रिश्ते
उजड़ जाएं निलय बसते बसते
मन में ऐसे क्यों विचार आयें
जिन्दगी में क्यों हैं गम के साये

दिल का दुलारा छोड़ जाता है
चला गया वापिस ना आता है
फिर क्यों ये रिश्ते नाते बनाये
जिन्दगी में क्यों हैं गम के साये

सुखविंद्र अकेला महसूस करें
साथ नहीं जाए जब कूच करे
प्रेम – बंधन में क्यों बंधते जाये
जिंदगी में क्यों है गम के साये

मेरे मन अंदर यह ख्याल आये
जिन्दगी में क्यों हैं गम के साये
************************

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Comments · 350 Views

Books from सुखविंद्र सिंह मनसीरत

You may also like:
बहुत कुछ अधूरा रह जाता है ज़िन्दगी में
बहुत कुछ अधूरा रह जाता है ज़िन्दगी में
शिव प्रताप लोधी
नववर्ष
नववर्ष
अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
मनोज कर्ण
परिवार
परिवार
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
subhash Rahat Barelvi
गंगा का फ़ोन
गंगा का फ़ोन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पर्वतों का रूप धार लूंगा मैं
पर्वतों का रूप धार लूंगा मैं
कवि दीपक बवेजा
💐💐जगत में कौन आत्ममुग्ध नहीं है💐💐
💐💐जगत में कौन आत्ममुग्ध नहीं है💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जरुरी नहीं खोखले लफ्ज़ो से सच साबित हो
जरुरी नहीं खोखले लफ्ज़ो से सच साबित हो
'अशांत' शेखर
मौसम बेईमान है आजकल
मौसम बेईमान है आजकल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"जाति"
Dr. Kishan tandon kranti
उगता सूरज
उगता सूरज
Satish Srijan
इंसान जिन्हें कहते
इंसान जिन्हें कहते
Dr fauzia Naseem shad
गांठे खोलने वाला शिक्षक-सुकरात
गांठे खोलने वाला शिक्षक-सुकरात
Shekhar Chandra Mitra
रात सुरमई ढूंढे तुझे
रात सुरमई ढूंढे तुझे
Rashmi Ratn
नाहक करे मलाल....
नाहक करे मलाल....
डॉ.सीमा अग्रवाल
ताकत
ताकत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आओ नमन करे
आओ नमन करे
Dr. Girish Chandra Agarwal
प्रकृति प्रेमी
प्रकृति प्रेमी
Ankita Patel
कुनमुनी नींदे!!
कुनमुनी नींदे!!
Dr. Nisha Mathur
■ ज़रूरत...
■ ज़रूरत...
*Author प्रणय प्रभात*
शब्द वाणी
शब्द वाणी
Vijay kannauje
सही नहीं है /
सही नहीं है /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*पैसे हों तो आओ (बाल कविता)*
*पैसे हों तो आओ (बाल कविता)*
Ravi Prakash
महाशून्य
महाशून्य
Utkarsh Dubey “Kokil”
कई शामें शामिल होकर लूटी हैं मेरी दुनियां /लवकुश यादव
कई शामें शामिल होकर लूटी हैं मेरी दुनियां /लवकुश यादव...
लवकुश यादव "अज़ल"
मदार चौक
मदार चौक
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल /Arshad Rasool
भूतों के अस्तित्व पर सवाल ..
भूतों के अस्तित्व पर सवाल ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
ये कैसी आज़ादी - कविता
ये कैसी आज़ादी - कविता
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...