Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2024 · 1 min read

गज़ल

दुनिया की बातों में न उलझा कीजिए,
खुद से भी कभी प्यार किया कीजिए।

भरी महफ़िल में तन्हा रहना अच्छा नहीं है,
चुनिंदा दोस्तों से भी पहचान किया कीजिए।

हम जैसे नादानों को नजरंदाज करने वालों,
अपनी गिरेबां में झांककर भी देखा कीजिए।

ज्यादा सयानों से पहचान भी ठीक नहीं है,
कुछ हम जैसे नादान भी रखा कीजिए।

~करन केसरा~

Language: Hindi
73 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*** नर्मदा : माँ तेरी तट पर.....!!! ***
*** नर्मदा : माँ तेरी तट पर.....!!! ***
VEDANTA PATEL
मौसम....
मौसम....
sushil yadav
ముందుకు సాగిపో..
ముందుకు సాగిపో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
पूजा
पूजा
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गीत रीते वादों का .....
गीत रीते वादों का .....
sushil sarna
आक्रोष
आक्रोष
Aman Sinha
आंखों की भाषा
आंखों की भाषा
Mukesh Kumar Sonkar
कि दे दो हमें मोदी जी
कि दे दो हमें मोदी जी
Jatashankar Prajapati
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
विश्वास
विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
करे मतदान
करे मतदान
Pratibha Pandey
विश्व कप-2023 फाइनल सुर्खियां
विश्व कप-2023 फाइनल सुर्खियां
गुमनाम 'बाबा'
जिन्दगी से शिकायत न रही
जिन्दगी से शिकायत न रही
Anamika Singh
*मिलता जीवन में वही, जैसा भाग्य-प्रधान (कुंडलिया)*
*मिलता जीवन में वही, जैसा भाग्य-प्रधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मेरी सुखनफहमी का तमाशा न बना ऐ ज़िंदगी,
मेरी सुखनफहमी का तमाशा न बना ऐ ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
Phool gufran
कौन है वो ?
कौन है वो ?
Rachana
..
..
*प्रणय प्रभात*
"सुधार"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी के टुकड़े पर पलने से अच्छा है खुद की ठोकरें खाईं जाए।
किसी के टुकड़े पर पलने से अच्छा है खुद की ठोकरें खाईं जाए।
Rj Anand Prajapati
3048.*पूर्णिका*
3048.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपनी भूल स्वीकार करें वो
अपनी भूल स्वीकार करें वो
gurudeenverma198
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मैं घर आंगन की पंछी हूं
मैं घर आंगन की पंछी हूं
करन ''केसरा''
प्यार का नाम देते रहे जिसे हम अक्सर
प्यार का नाम देते रहे जिसे हम अक्सर
Swami Ganganiya
वादा
वादा
Bodhisatva kastooriya
!! दर्द भरी ख़बरें !!
!! दर्द भरी ख़बरें !!
Chunnu Lal Gupta
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इस कदर भीगा हुआ हूँ
इस कदर भीगा हुआ हूँ
Dr. Rajeev Jain
Loading...