Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Apr 2024 · 1 min read

गजल

हम नहीं तो हमसे बेहतर कौन है?
मुझसे बढ़कर तेरा दिलबर कौन है?

किस लिए मायूस हो गमगीन हो,
मुज़्तरिब हो,दिल का मुज़्तर कौन है?

पूछते हो हाल, मुझ से क्या हुआ?
आपके जैसा सितमगर कौन है?

कुव्वते गोयायी दे देते हो तुम अल्फाज़ को।
आप से बेहतर सुख़नवर कौन है?

मुंतजि़र हो,किस लिए बेताब हो?
मैं तुम्हारे दिल के अंदर दिल के बाहर कौन है?

हर कोई दीवाना है,मजनून है।
किसने फेंका मुझ पे पत्थर कौन है?

देख लो दरवाजे पर जाकर”सगी़र”।
कोई दस्तक दे रहा है घर के बाहर कौन है?

Language: Hindi
1 Like · 107 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

14--- 🌸अस्तित्व का संकट 🌸
14--- 🌸अस्तित्व का संकट 🌸
Mahima shukla
शब्द
शब्द
Mandar Gangal
बहुत याद आता है
बहुत याद आता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
अपनी-अपनी जुगत लगाने, बना रहे घुसपैठ।
अपनी-अपनी जुगत लगाने, बना रहे घुसपैठ।
kumar Deepak "Mani"
//जीवन आपका और मुकर्रर भी //
//जीवन आपका और मुकर्रर भी //
Koमल कुmari
दोषरहित
दोषरहित
Minal Aggarwal
"कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है
Atul "Krishn"
जिसकी बातों में सदा झूठ की बू आती है,
जिसकी बातों में सदा झूठ की बू आती है,
Dr fauzia Naseem shad
पत्रकार दिवस
पत्रकार दिवस
Dr Archana Gupta
कुण्डलिया
कुण्डलिया
अवध किशोर 'अवधू'
पहचान
पहचान
Mansi Kadam
बताओ कहां से शुरू करूं,
बताओ कहां से शुरू करूं,
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
लघुकथा - घर का उजाला
लघुकथा - घर का उजाला
अशोक कुमार ढोरिया
क्या फायदा...
क्या फायदा...
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
- आजकल -
- आजकल -
bharat gehlot
..
..
*प्रणय*
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
Phool gufran
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Bodhisatva kastooriya
मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण ।
मौन देह से सूक्ष्म का, जब होता निर्वाण ।
sushil sarna
"पं बृजेश कुमार नायक"(Pt. Brajesh kumar nayak)का संक्षिप्त परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
दिया जोतने खेत का, टुकड़ा जिन्हें उधार ।
दिया जोतने खेत का, टुकड़ा जिन्हें उधार ।
RAMESH SHARMA
2731.*पूर्णिका*
2731.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्वागतम : नव-वर्ष
स्वागतम : नव-वर्ष
Dr. Kishan tandon kranti
माॅ
माॅ
Mohan Pandey
“Mistake”
“Mistake”
पूर्वार्थ
कलम की वेदना (गीत)
कलम की वेदना (गीत)
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
प्यासी नज़र
प्यासी नज़र
MEENU SHARMA
बटन ऐसा दबाना कि आने वाली पीढ़ी 5 किलो की लाइन में लगने के ब
बटन ऐसा दबाना कि आने वाली पीढ़ी 5 किलो की लाइन में लगने के ब
शेखर सिंह
लोगों को ये चाहे उजाला लगता है
लोगों को ये चाहे उजाला लगता है
Shweta Soni
Loading...