Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2023 · 1 min read

ख्वाब सुलग रहें है… जल जाएंगे इक रोज

ख्वाब सुलग रहें है… जल जाएंगे इक रोज
फिर क्या खाक होगा??? ज़ब सब खाक होगा
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

1 Like · 669 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

चुनाव के बाद अयोध्या
चुनाव के बाद अयोध्या
Sudhir srivastava
प्यार इस कदर है तुमसे बतायें कैसें।
प्यार इस कदर है तुमसे बतायें कैसें।
Yogendra Chaturwedi
*हर किसी के हाथ में अब आंच है*
*हर किसी के हाथ में अब आंच है*
sudhir kumar
__________सुविचार_____________
__________सुविचार_____________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
हिंदी - दिवस
हिंदी - दिवस
Ramswaroop Dinkar
मगर हे दोस्त-----------------
मगर हे दोस्त-----------------
gurudeenverma198
Yuhi kisi ko bhul jana aasan nhi hota,
Yuhi kisi ko bhul jana aasan nhi hota,
Sakshi Tripathi
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
VINOD CHAUHAN
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
अयोध्या का राम मंदिर
अयोध्या का राम मंदिर
Dr Archana Gupta
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
परिमल पंचपदी - नवीन विधा
परिमल पंचपदी - नवीन विधा
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
Ranjeet kumar patre
काहू संग न प्रीत भली
काहू संग न प्रीत भली
Padmaja Raghav Science
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
चाँद ज़मी पर..
चाँद ज़मी पर..
हिमांशु Kulshrestha
मोहब्बत का अंजाम कभी खुशी कभी गम।
मोहब्बत का अंजाम कभी खुशी कभी गम।
Rj Anand Prajapati
अधूरी तमन्ना (कविता)
अधूरी तमन्ना (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
"रोटी और कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य को फांसी पर चढ़ाई गई
सत्य को फांसी पर चढ़ाई गई
manorath maharaj
सच्ची कविता
सच्ची कविता
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
देशभक्ति
देशभक्ति
पंकज कुमार कर्ण
मैं गांठ पुरानी खोलूँ क्या?
मैं गांठ पुरानी खोलूँ क्या?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
गुमशुदा लोग
गुमशुदा लोग
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
..
..
*प्रणय*
💐प्रेम कौतुक-563💐
💐प्रेम कौतुक-563💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
Vishvendra arya
इम्तहान दे कर थक गया , मैं इस जमाने को ,
इम्तहान दे कर थक गया , मैं इस जमाने को ,
Neeraj Mishra " नीर "
Loading...