Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2023 · 1 min read

खूबसूरत बुढ़ापा

बहुत खूबसूरत होता है बुढ़ापा
चेहरे पर आड़ी तिरछी रेखाएं
बताती है जीवन की पूरी ज्योमेट्री
कितने कोण तक झुकना है तुझे
कितने त्रिभुज है जीवन में
सब बताता है ये खूबसूरत बुढ़ापा
अगर भाग्य साथ दे तो
किसी किसी के पास इन
आड़ी तिरछी रेखाओं के साथ
होती है एक खूबसूरत मुस्कान भी
जो सिखा जाती है तकलीफों में
बस मुस्करा कर रहना
सब बताता है ये खूबसूरत बुढ़ापा
कभी नफ़रत ना करना
ऐसी रेखाओं से भरे चेहरे को।
इनमें जिंदगी बस्ती है।
इतना तो विज्ञान भी कहता है
सीधी रेखा——–
यानि कि मौत और मौन।
तो इसीलिए खूबसूरत होता है बुढ़ापा।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
जख्म
जख्म
Anamika Singh
वक्त
वक्त
लक्ष्मी सिंह
मातृभाषा हिन्दी
मातृभाषा हिन्दी
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले
आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले
Sanjay ' शून्य'
"आखिर क्यों?"
Dr. Kishan tandon kranti
भांथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / मुसाफ़िर बैठा
भांथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
■ एक ही उपाय ..
■ एक ही उपाय ..
*Author प्रणय प्रभात*
🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
Dr Manju Saini
माँ सरस्वती-वंदना
माँ सरस्वती-वंदना
Kanchan Khanna
✍️मैं काश हो गया..✍️
✍️मैं काश हो गया..✍️
'अशांत' शेखर
बहन का जन्मदिन
बहन का जन्मदिन
Khushboo Khatoon
💐अज्ञात के प्रति-75💐
💐अज्ञात के प्रति-75💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सब कुछ हमारा हमी को पता है
सब कुछ हमारा हमी को पता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दर्द
दर्द
Dr. Seema Varma
बरवै छंद
बरवै छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चन्द्रयान
चन्द्रयान
Kavita Chouhan
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
मनोज कर्ण
कितनी सलाखें,
कितनी सलाखें,
Surinder blackpen
*अफसर की मुस्कुराहट  (कहानी)*
*अफसर की मुस्कुराहट (कहानी)*
Ravi Prakash
जिस्म से जान निकालूँ कैसे ?
जिस्म से जान निकालूँ कैसे ?
Manju sagar
अहंकार
अहंकार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पधारो नाथ मम आलय, सु-स्वागत सङ्ग अभिनन्दन।।
पधारो नाथ मम आलय, सु-स्वागत सङ्ग अभिनन्दन।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
पानी
पानी
Er. Sanjay Shrivastava
♥️मां ♥️
♥️मां ♥️
Vandna thakur
ऐ ज़ालिम....!
ऐ ज़ालिम....!
Srishty Bansal
महताब ने भी मुंह फेर लिया है।
महताब ने भी मुंह फेर लिया है।
Taj Mohammad
आंखो ने क्या नहीं देखा ...🙏
आंखो ने क्या नहीं देखा ...🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ज़िंदगी का सवाल
ज़िंदगी का सवाल
Dr fauzia Naseem shad
ख्वाहिशों ठहरो जरा
ख्वाहिशों ठहरो जरा
Satish Srijan
एक बछड़े को देखकर
एक बछड़े को देखकर
Punam Pande
Loading...