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13 Mar 2024 · 1 min read

खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से

खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से
और दर्द न दे मुहब्ब्त की खुशबू-ऐ-कस्तूरी से !

***
डी के निवातिया

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