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10 Oct 2024 · 1 min read

*खुद पर थोड़ी दया कर*

खुद पर थोड़ी दया कर
*********************
खुद पर थोड़ी दया कर,
सच को थोड़ा बया कर।

बेशरमी क्यों सिर बांधी,
बेगैरत मत हया कर।

भूली बिसरी कहानी,
बातें आया गया कर।

बीते पल कुछ भी न देंगे,
कुछ तो थोड़ा नया कर।

मनसीरत जान मन की,
मन से मन की जया कर।
*********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

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