Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2020 · 1 min read

खिल गई है धूप

खिल गई है धूप
रात कंखिल गई है धूप
रात कंही गुम हो गई
काले बादल अब
सुबह में बदल गई
आशा की बूंदे
हर जगह बिखर गई
जो चल पड़ी आनंद लहर
हर तरफ उमंग भर गई
तान छेड़ा सुर ने
संगीत नई बन गयी
नजरिये को जो बदला तो
जिंदगी ही बदल गई।

– आनंदश्री

Language: Hindi
Tag: कविता
164 Views
You may also like:
श्वान प्रेम
श्वान प्रेम
Satish Srijan
🌸✴️कोई सवाल तो छोड़ना मेरे लिए✴️🌸
🌸✴️कोई सवाल तो छोड़ना मेरे लिए✴️🌸
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Pyar ke chappu se , jindagi ka naiya par lagane chale the ha
Pyar ke chappu se , jindagi ka naiya par lagane...
Sakshi Tripathi
चौपाई - धुँआ धुँआ बादल बादल l
चौपाई - धुँआ धुँआ बादल बादल l
अरविन्द व्यास
! ! बेटी की विदाई ! !
! ! बेटी की विदाई ! !
Surya Barman
झूम रही है मंजरी , देखो अमुआ डाल ।
झूम रही है मंजरी , देखो अमुआ डाल ।
Rita Singh
दुकान में रहकर सीखा
दुकान में रहकर सीखा
Ankit Halke jha
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
सुनील कुमार
दोहावली...
दोहावली...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*जरा-सी धूप जाड़ों की (हिंदी गजल/गीतिका)*
*जरा-सी धूप जाड़ों की (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
■ ढाका विजय : एक स्वर्णिम अध्याय इतिहास का
■ ढाका विजय : एक स्वर्णिम अध्याय इतिहास का
*Author प्रणय प्रभात*
कविता बाजार
कविता बाजार
साहित्य गौरव
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come...
Manisha Manjari
माँ सिद्धिदात्री
माँ सिद्धिदात्री
Vandana Namdev
तेरे बिना
तेरे बिना
Shekhar Chandra Mitra
In the end
In the end
Vandana maurya
दुनिया में क्यों दुख ही दुख है
दुनिया में क्यों दुख ही दुख है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"वो अक्स "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
Aditya Prakash
अभागीन ममता
अभागीन ममता
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्रवाह में रहो
प्रवाह में रहो
Rashmi Sanjay
वो इश्क याद आता है
वो इश्क याद आता है
N.ksahu0007@writer
असली नशा
असली नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
उम्र का लिहाज
उम्र का लिहाज
Vijay kannauje
माँ
माँ
विशाल शुक्ल
नीति अनैतिकता को देखा तो,
नीति अनैतिकता को देखा तो,
Er.Navaneet R Shandily
चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है ।
चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है ।
Ashwini sharma
मौजु
मौजु
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पीड़ा भी मूक थी
पीड़ा भी मूक थी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...