Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2022 · 1 min read

ख़्वाब पर लिखे अशआर

ख़्वाब में हमसे मिल कभी आके ।
मेरी आंखों को नींद आती है ।।

ख़्वाब में जागती रही आंखें ।
हम तरसते रहे हैं नींदों को ॥

तरसी हुई नज़र को उम्मीद-ए-दीद है।
आ ख़्वाब बन के आजा आंखों में नींद है ।

मुस्कुराट लबों की क्या कहिए ।
मेरी आंखों में ख़्वाब तेरे हैं ।।

नफ़रतों को कुछ ऐसा मोड़ दिया ।
सिलसिला ख़्वाब का भी तोड़ दिया ।।

नींद का कुछ कुसूर थोड़ी था ।
भीगी आंखों के ख़्वाब भीगे थे ।।

टूटी नींदों के ‘शाद’ हिस्से में ।
ख़्वाब कोई कहां मुकम्मल था ।।

हमको इस ज़िन्दगी के हासिल जवाब थे ।
कहीं नींद थी अधूरी कहीं टूटे ख़्वाब थे ।।

डॉ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
6 Likes · 280 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
मेरी आंखों के ख़्वाब
मेरी आंखों के ख़्वाब
Dr fauzia Naseem shad
6-जो सच का पैरोकार नहीं
6-जो सच का पैरोकार नहीं
Ajay Kumar Vimal
(13) हाँ, नींद हमें भी आती है !
(13) हाँ, नींद हमें भी आती है !
Kishore Nigam
With Grit in your mind
With Grit in your mind
Dhriti Mishra
अच्छा रहता
अच्छा रहता
Pratibha Pandey
मेरे फितरत में ही नहीं है
मेरे फितरत में ही नहीं है
नेताम आर सी
“ बुजुर्ग और कंप्युटर ”
“ बुजुर्ग और कंप्युटर ”
DrLakshman Jha Parimal
पर खोल…
पर खोल…
Rekha Drolia
अहमियत 🌹🙏
अहमियत 🌹🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कुछ तो याद होगा
कुछ तो याद होगा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
धर्मी जब खुल कर नंगे होते हैं।
धर्मी जब खुल कर नंगे होते हैं।
Dr MusafiR BaithA
मेरी हसरत जवान रहने दे ।
मेरी हसरत जवान रहने दे ।
Neelam Sharma
कॉल
कॉल
Seema 'Tu hai na'
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
Naushaba Suriya
रिश्ते का अहसास
रिश्ते का अहसास
Paras Nath Jha
अपना - पराया
अपना - पराया
Neeraj Agarwal
काश हम बच्चे हो जाते
काश हम बच्चे हो जाते
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हम ना सोते हैं।
हम ना सोते हैं।
Taj Mohammad
"लोकतंत्र के मंदिर" में
*Author प्रणय प्रभात*
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
Sonu sugandh
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कोई कैसे अपने ख्वाईशो को दफनाता
कोई कैसे अपने ख्वाईशो को दफनाता
'अशांत' शेखर
घास को बिछौना बना कर तो देखो
घास को बिछौना बना कर तो देखो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
संघर्ष जीवन हैं जवानी, मेहनत करके पाऊं l
संघर्ष जीवन हैं जवानी, मेहनत करके पाऊं l
Lodhi Shyamsingh Tejpuriya
कभी कभी पागल होना भी
कभी कभी पागल होना भी
Vandana maurya
*घड़ी दिखाई (बाल कविता)*
*घड़ी दिखाई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
" शीशी कहो या बोतल "
Dr Meenu Poonia
जो मौका रहनुमाई का मिला है
जो मौका रहनुमाई का मिला है
Anis Shah
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
manjula chauhan
अगर मेरे अस्तित्व को कविता का नाम दूँ,  तो इस कविता के भावार
अगर मेरे अस्तित्व को कविता का नाम दूँ, तो इस कविता के भावार
नव लेखिका
Loading...