Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

ख़ुशबू आ रही है मेरे हाथों से

ख़ुशबू आ रही है मेरे हाथों से
आज मैंने माँ के पैर दबाए हैं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
पितृ दिवस ( father's day)
पितृ दिवस ( father's day)
Suryakant Dwivedi
मेरी फूट गई तकदीर
मेरी फूट गई तकदीर
Baldev Chauhan
🌹#तुम_मुझे_ढूंढ_लेना🌹
🌹#तुम_मुझे_ढूंढ_लेना🌹
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी।
हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*इश्क़ न हो किसी को*
*इश्क़ न हो किसी को*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आधुनिक भारत
आधुनिक भारत
Mandar Gangal
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
Rituraj shivem verma
उल्फ़त का  आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
उल्फ़त का आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
sushil sarna
मित्र
मित्र
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
म्हारे हरयाणे की नार
म्हारे हरयाणे की नार
अरविंद भारद्वाज
बचपन की मोहब्बत
बचपन की मोहब्बत
Surinder blackpen
लौट चलें🙏🙏
लौट चलें🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
माँ बाप खजाना जीवन का
माँ बाप खजाना जीवन का
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
बचपन याद बहुत आता है
बचपन याद बहुत आता है
VINOD CHAUHAN
#तेवरी (देसी ग़ज़ल)
#तेवरी (देसी ग़ज़ल)
*प्रणय*
मैंने क़ीमत
मैंने क़ीमत
Dr fauzia Naseem shad
पता नही क्यों लोग चाहत पे मरते हैं।
पता नही क्यों लोग चाहत पे मरते हैं।
इशरत हिदायत ख़ान
4208💐 *पूर्णिका* 💐
4208💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरा घर संसार
मेरा घर संसार
Savitri Dhayal
हिंदुस्तान के लाल
हिंदुस्तान के लाल
Aman Kumar Holy
गर्भपात
गर्भपात
Dr. Kishan tandon kranti
याद
याद
Ashok Sagar
देखिए आप आप सा हूँ मैं
देखिए आप आप सा हूँ मैं
Anis Shah
کچھ متفررق اشعار
کچھ متفررق اشعار
अरशद रसूल बदायूंनी
मज़लूम ज़िंदगानी
मज़लूम ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
सत्य कुमार प्रेमी
तेरे आने की आहट
तेरे आने की आहट
Chitra Bisht
चुनाव के खेल
चुनाव के खेल
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बुद्ध चाहिए युद्ध नहीं / रजनी तिलक (पूरी कविता...)
बुद्ध चाहिए युद्ध नहीं / रजनी तिलक (पूरी कविता...)
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...