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8 Oct 2019 · 1 min read

#खरी खरी

#खरी खरी??
??????????

सिरधा कौ चढ्यौ चाव भगती कौ जग्यौ भाव,
बगुला भगति व्रत रखते विधान के!
नव दिन अरु रात करि लिये नवरात,
औगुन न दूरि भये उर बेईमान के!
कोख जिन मारि दई अपनी ही जायी तेज,
अंग भंग करि टूक हिय के वितान के!
आजु बेई गली गली कंजक बुलात फिरें,
सपने सजाय माँ की किरपा महान के!!

??????????
?तेज✏मथुरा✍?

1 Like · 425 Views
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