Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2020 · 1 min read

((((खता-ए-मोहब्बत))))

खता-ए-मोहब्बत थी हज़ारों इल्जाम लग गए,
हमने सनम को जी भर के देखा ही था लाखों
इनाम लग गए.

उन्होंने हम को घूर के क्या देखा सारे अरमान लग गये,
वो ज़रा सा मुस्कराए हमारे दाम लग गए।

महफ़िल थी या तमाशा थी,गाए न बजाए,किस्से तमाम लग गए,ज़िक्र उसका शुरू ही था होंठो पर लगाम लग गए।

एक इशारा उनका था,सरूर इतना हुआ के निगाहों के जाम लग गए,वो होंठों को दबाते रहे पत्थरों को भी आम लग गए।

नूर क्या छलक रहा था उस हसीना का,जो अकड़ के बैठे थे सेठ सारे गुलाम लग गए,
सब होगये बेशर्म शरीफ़ज़ादे,उसकी आवाज़ क्या सुनी बहरों को भी कान लग गए।

वो थी अनसुलझी पहेली सुलझाने में सारे इमाम लग गए,
हवा की गुस्ताखी भी देखी उसके बिखरे केसूओं को बनाने
में सारे मकान लग गए।

खामोशी थी छाई उसके हुस्न पर,तारीफ करते करते ज़नाज़े को भी जुबान लग गए,वो गहरी आँखों का रंग नापने को,नाजाने कितने ज़माने कितने आसमान लग गए।

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 2 Comments · 327 Views
You may also like:
लश्क़र देखो
लश्क़र देखो
Dr. Sunita Singh
💐💐जगत में कौन आत्ममुग्ध नहीं है💐💐
💐💐जगत में कौन आत्ममुग्ध नहीं है💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नन्हे बाल गोपाल के पाच्छे मैया यशोदा दौड़ लगाये.....
नन्हे बाल गोपाल के पाच्छे मैया यशोदा दौड़ लगाये.....
Ram Babu Mandal
प्यार का मंज़र .........
प्यार का मंज़र .........
J_Kay Chhonkar
गोबरैला
गोबरैला
Satish Srijan
टूटता तारा
टूटता तारा
Ashish Kumar
पुरुष की अभिलाषा स्त्री से
पुरुष की अभिलाषा स्त्री से
Anju ( Ojhal )
हां मुझे प्यार हुआ जाता है
हां मुझे प्यार हुआ जाता है
Surinder blackpen
बुंदेली दोहा:-
बुंदेली दोहा:-
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Daily Writing Challenge : जल
Daily Writing Challenge : जल
'अशांत' शेखर
बाल कहानी- वादा
बाल कहानी- वादा
SHAMA PARVEEN
कबीर की आवाज़
कबीर की आवाज़
Shekhar Chandra Mitra
वह जो रुखसत हो गई
वह जो रुखसत हो गई
श्याम सिंह बिष्ट
आए आए अवध में राम
आए आए अवध में राम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Green and clean
Green and clean
Aditya Prakash
अज़ीब था
अज़ीब था
Mahendra Narayan
तू जाने लगा है
तू जाने लगा है
कवि दीपक बवेजा
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल /Arshad Rasool
क्षमा
क्षमा
Saraswati Bajpai
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
पूर्व जन्म के सपने
पूर्व जन्म के सपने
RAKESH RAKESH
■ राम है आराम
■ राम है आराम
*Author प्रणय प्रभात*
ऐ जिंदगी तू कब तक?
ऐ जिंदगी तू कब तक?
Taj Mohammad
*जीवन - मृत्यु (कुंडलिया)*
*जीवन - मृत्यु (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
Rambali Mishra
✍️हर लड़की के दिल में ✍️
✍️हर लड़की के दिल में ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
उम्र गुजर रही है अंतहीन चाह में
उम्र गुजर रही है अंतहीन चाह में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमेशा तेरी याद में
हमेशा तेरी याद में
Dr fauzia Naseem shad
क्यों बीते कल की स्याही, आज के पन्नों पर छीटें उड़ाती है।
क्यों बीते कल की स्याही, आज के पन्नों पर छीटें...
Manisha Manjari
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
Buddha Prakash
Loading...