Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2023 · 1 min read

क्षोभ (कुंडलिया)

क्षोभ (कुंडलिया)
———————
आता तो है दो घड़ी ,मन में पापी लोभ
युगों-युगों परिणाम है ,इसका भारी क्षोभ
इसका भारी क्षोभ ,हृदय में जन पछताते
घोर नर्क की आग ,भीतरी हर क्षण पाते
कहते रवि कविराय ,दुखी मन हो-हो जाता
साँस-साँस में अश्रु ,निकल बाहर को आता
—————
क्षोभ = व्याकुलता ,पछतावा
—————
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

67 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
नेता और मुहावरा
नेता और मुहावरा
सूर्यकांत द्विवेदी
नन्हा और अतीत
नन्हा और अतीत
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
Utkarsh Dubey “Kokil”
शख्स या शख्शियत
शख्स या शख्शियत
Dr.S.P. Gautam
ताजा समाचार है?
ताजा समाचार है?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बुरे हालात से जूझने में
बुरे हालात से जूझने में
*Author प्रणय प्रभात*
The Third Pillar
The Third Pillar
Rakmish Sultanpuri
2332.पूर्णिका
2332.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हे पिता,करूँ मैं तेरा वंदन
हे पिता,करूँ मैं तेरा वंदन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
Vishal babu (vishu)
वाणी वंदना
वाणी वंदना
Dr Archana Gupta
पिता
पिता
Surabhi bharati
तेरी आदत सी हो गई दिल को
तेरी आदत सी हो गई दिल को
Dr fauzia Naseem shad
यह तो आदत है मेरी
यह तो आदत है मेरी
gurudeenverma198
कविता-शिश्कियाँ बेचैनियां अब सही जाती नहीं
कविता-शिश्कियाँ बेचैनियां अब सही जाती नहीं
Shyam Pandey
जीवन व्यर्थ नही है
जीवन व्यर्थ नही है
अनूप अम्बर
खुले आँगन की खुशबू
खुले आँगन की खुशबू
Manisha Manjari
सच कहते हैं, जिम्मेदारियां सोने नहीं देती
सच कहते हैं, जिम्मेदारियां सोने नहीं देती
Seema 'Tu hai na'
"क्या बताऊँ दोस्त"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"याचना"*
Shashi kala vyas
*अपना भारत*
*अपना भारत*
मनोज कर्ण
नारी और वर्तमान
नारी और वर्तमान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुक़द्दस पाक यह जामा,
मुक़द्दस पाक यह जामा,
Satish Srijan
अंतरराष्ट्रीय छवि को धक्का
अंतरराष्ट्रीय छवि को धक्का
Shekhar Chandra Mitra
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हम रिश्तों में टूटे दरख़्त के पत्ते हो गए हैं।
हम रिश्तों में टूटे दरख़्त के पत्ते हो गए हैं।
Taj Mohammad
लेके काँवड़ दौड़ने
लेके काँवड़ दौड़ने
Jatashankar Prajapati
“ हम महान बनबाक लालसा मे सब सँ दूर भेल जा रहल छी ”
“ हम महान बनबाक लालसा मे सब सँ दूर भेल जा रहल छी ”
DrLakshman Jha Parimal
रसीले आम
रसीले आम
नूरफातिमा खातून नूरी
योग हमारी सभ्यता, है उपलब्धि महान
योग हमारी सभ्यता, है उपलब्धि महान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...