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5 Feb 2022 · 1 min read

क्यों हो रही , बेवक्त की बारिश झमाझम

क्यों हो रही , बेवक्त की बारिश झमाझम
समझ नहीं आ रहो है , समझ नहीं आ रहो है

जनता हो रही हलाकान , समझ नहीं आ रहो है
किसान भी हैं परेशान , समझ नहीं आ रहो है

फसलें हैं सड़ गयीं, ठंड है बढ़ गयी
आफिस वाले ऑफिस पहुंचें कैसे , समझ नहीं आ रहो है

बीमारियाँ हैं हल्ला मचाये रहीं
रेहड़ी वाले हुए हलाकान , समझ नहीं आ रहो है

सड़कें हो गयीं नदी , तालाब
अस्पताल को कैसे पहुंचें , समझ नहीं आ रहो है

मास्क, सेनीटाईजर से कर लो दोस्ती
ओमिक्रोन भैया सबहें डरा रहे , समझ नहीं आ रहो है

जो मर रहे , उनके घरवालों से पूछो
कैसे बीत रहो पल – पल , समझ नहीं आ रहो है

फूंक – फूंक कर कदम रखना
अपना सबका ध्यान रखना, कहीं टूट न जाए जिन्दगी की डोर
समझ नहीं आ रहो है, समझ नहीं आ रहो है

क्यों हो रही , बेवक्त की बारिश झमाझम
समझ नहीं आ रहो है , समझ नहीं आ रहो है

जनता हो रही हलाकान , समझ नहीं आ रहो है
किसान भी हैं परेशान , समझ नहीं आ रहो है

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 146 Views

Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'

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