Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Nov 2022 · 1 min read

क्यों बीते कल की स्याही, आज के पन्नों पर छीटें उड़ाती है।

क्यों बीते कल की स्याही, आज के पन्नों पर छीटें उड़ाती है,
बड़ी मुश्किल से आये जो पल, उन पलों को नज़र लगाती है।
वो आँसू जो आँखों को छोड़ चले थे, उनसे फिर से रिश्ता बनाती है,
दर्द के उस बाज़ार को, मेरी नसों में अब क्यों जगाती है।
वो ज़िन्दगी जो कभी तमाशा बनी, क्यों याद उसकी दिलाती है,
आज की इस सुनहरी रौशनी को, फिर अंधेरों से तोल जाती है।
फूलों पर चलना शुरू किया, फिर क्यों काँटों की चुभन सताती है,
विश्वास की डोर को थामा फिर से, अब क्यों घातों की सदा सुनाती है।
मंजिल की तरफ़ जब नज़र पड़ी, फिर क्यों भटके सफर का आईना दिखाती है,
गुनगुनाने लगी जो राहें फिर से, क्यों ख़ामोश चीख़ों की दहशत फैलाती है।
ये नींदें जो सुकूं देने लगी, अब क्यों जागी रातों की यादें डराती है,
सबकुछ खो कर तुझको पाया, तुझे खोने के ख़्याल से धड़कन थम जाती है।

1 Like · 101 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Manisha Manjari

You may also like:
पालनहार
पालनहार
Buddha Prakash
मेरी सफर शायरी
मेरी सफर शायरी
Ms.Ankit Halke jha
#जंगल_में_मंगल
#जंगल_में_मंगल
*Author प्रणय प्रभात*
सब अपने नसीबों का
सब अपने नसीबों का
Dr fauzia Naseem shad
बसंत ऋतु
बसंत ऋतु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
छल
छल
Aman Kumar Holy
मै अपवाद कवि अभी जीवित हूं
मै अपवाद कवि अभी जीवित हूं
प्रेमदास वसु सुरेखा
पुस्तक समीक्षा - अंतस की पीड़ा से फूटा चेतना का स्वर रेत पर कश्तियाँ
पुस्तक समीक्षा - अंतस की पीड़ा से फूटा चेतना का स्वर रेत पर कश्तियाँ
डॉ. दीपक मेवाती
THE GREAT BUTTER THIEF
THE GREAT BUTTER THIEF
Satish Srijan
*दुपहरी जेठ की लेकर, सताती गर्मियाँ आई 【हिंदी गजल/गीतिका】*
*दुपहरी जेठ की लेकर, सताती गर्मियाँ आई 【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
गोपी-विरह
गोपी-विरह
Shekhar Chandra Mitra
💥आदमी भी जड़ की तरह 💥
💥आदमी भी जड़ की तरह 💥
Dr.Khedu Bharti
शिक्षक की भूमिका
शिक्षक की भूमिका
Rajni kapoor
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
Vishal babu (vishu)
"रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
21वीं शादी और भारतीय युवा
21वीं शादी और भारतीय युवा
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
रजनी कजरारी
रजनी कजरारी
Dr Meenu Poonia
हम रंगों से सजे है
हम रंगों से सजे है
'अशांत' शेखर
प्रकृति वर्णन – बच्चों के लिये एक कविता धरा दिवस के लिए
प्रकृति वर्णन – बच्चों के लिये एक कविता धरा दिवस के लिए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
छोड़ कर महोब्बत कहा जाओगे
छोड़ कर महोब्बत कहा जाओगे
Anil chobisa
रास नहीं आती ये सर्द हवाएं
रास नहीं आती ये सर्द हवाएं
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-514💐
💐प्रेम कौतुक-514💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रणय 4
प्रणय 4
Ankita Patel
मां
मां
Amrit Lal
मैं करता हुँ उस्सें पहल तो बात हो जाती है
मैं करता हुँ उस्सें पहल तो बात हो जाती है
Sonu sugandh
उदासियां
उदासियां
Surinder blackpen
अथर्व आज जन्मदिन मनाएंगे
अथर्व आज जन्मदिन मनाएंगे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वह दे गई मेरे हिस्से
वह दे गई मेरे हिस्से
श्याम सिंह बिष्ट
कितना कोलाहल
कितना कोलाहल
Bodhisatva kastooriya
Loading...