Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2023 · 1 min read

“क्या बताऊँ दोस्त”

“क्या बताऊँ दोस्त”
दिखती कोई न राह है
फिर भी जीने की चाह है
ये जिन्दगी न जाने
किस मोड़ पर लाई है
आज खुद से ही मेरी
खुद की लड़ाई है।

8 Likes · 6 Comments · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
सुमिरन ,ध्यान ,योग, सरल जीवन शैली मनुष्य को सरलता का समर्थन
सुमिरन ,ध्यान ,योग, सरल जीवन शैली मनुष्य को सरलता का समर्थन
Shashi kala vyas
कलमबाज
कलमबाज
Mangilal 713
खत
खत
Punam Pande
किसने कहा, आसान था हमारे 'हम' से 'तेरा' और 'मेरा' हो जाना
किसने कहा, आसान था हमारे 'हम' से 'तेरा' और 'मेरा' हो जाना
Manisha Manjari
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
#तुम्हारा अभागा
#तुम्हारा अभागा
Amulyaa Ratan
शिव छन्द
शिव छन्द
Neelam Sharma
यहां दिल का बड़ा होना महानता और उदारता का प्रतीक है, लेकिन उ
यहां दिल का बड़ा होना महानता और उदारता का प्रतीक है, लेकिन उ
पूर्वार्थ
भूल चुके हैं
भूल चुके हैं
Neeraj Agarwal
ख़ुद को ख़ोकर
ख़ुद को ख़ोकर
Dr fauzia Naseem shad
वक्त हालत कुछ भी ठीक नहीं है अभी।
वक्त हालत कुछ भी ठीक नहीं है अभी।
Manoj Mahato
सब खो गए इधर-उधर अपनी तलाश में
सब खो गए इधर-उधर अपनी तलाश में
Shweta Soni
सौ बार मरता है
सौ बार मरता है
sushil sarna
3494.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3494.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
रानी मर्दानी
रानी मर्दानी
Dr.Pratibha Prakash
मन में उतर कर मन से उतर गए
मन में उतर कर मन से उतर गए
ruby kumari
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Sushil Pandey
एडमिन क हाथ मे हमर सांस क डोरि अटकल अछि  ...फेर सेंसर ..
एडमिन क हाथ मे हमर सांस क डोरि अटकल अछि ...फेर सेंसर .."पद्
DrLakshman Jha Parimal
*जुदाई न मिले किसी को*
*जुदाई न मिले किसी को*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कहानी - आत्मसम्मान)
कहानी - आत्मसम्मान)
rekha mohan
रमेशराज के नवगीत
रमेशराज के नवगीत
कवि रमेशराज
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
Rajesh Kumar Arjun
#लघु_कविता-
#लघु_कविता-
*प्रणय प्रभात*
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
gurudeenverma198
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
*तीन कवियों ने मिलकर बनाई एक कुंडलिया*
*तीन कवियों ने मिलकर बनाई एक कुंडलिया*
Ravi Prakash
"वो पूछता है"
Dr. Kishan tandon kranti
नगीने कीमती भी आंसुओं जैसे बिखर जाते ,
नगीने कीमती भी आंसुओं जैसे बिखर जाते ,
Neelofar Khan
आप सच बताइयेगा
आप सच बताइयेगा
शेखर सिंह
Loading...