Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Dec 2020 · 1 min read

कोरोना

कोरोना ने कर दिया, सबको घर मे कैद।
आज लोग रहने लगे, पहले से मुस्तैद।।
पूरी दुनिया हो गयी, कोरोना से बदलहाल।
बड़े बड़े देशों की हालत, मिले ना रोटी दाल।।
सबसे ऊपर अपना भारत, रहे जंग हम जीत।
घर मे रहकर के हम सब, निभा रहे है प्रीत।।
कोरोना को हराने का, है एक मात्र उपाय।
अपने हो या गैर हो, सामाजिक दूरी दे बढ़ाय।।

अमरेश मिश्र ‘सरल’

Language: Hindi
15 Likes · 11 Comments · 498 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from अमरेश मिश्र 'सरल'

You may also like:
जज़्बात-ए-दिल
जज़्बात-ए-दिल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मदर टंग
मदर टंग
Ms.Ankit Halke jha
विचार मंच भाग -8
विचार मंच भाग -8
Rohit Kaushik
■नाम परिवर्तन■
■नाम परिवर्तन■
*Author प्रणय प्रभात*
*रामचरितमानस अति प्यारा। सब ग्रंथों से अतिशय न्यारा।। (चौपाइ
*रामचरितमानस अति प्यारा। सब ग्रंथों से अतिशय न्यारा।। (चौपाइ
Ravi Prakash
सफ़ेदे का पत्ता
सफ़ेदे का पत्ता
नन्दलाल सुथार "राही"
ਹਰ ਅਲਫਾਜ਼ ਦੀ ਕੀਮਤ
ਹਰ ਅਲਫਾਜ਼ ਦੀ ਕੀਮਤ
Surinder blackpen
माँ के सपने
माँ के सपने
Rajdeep Singh Inda
तलाकशुदा
तलाकशुदा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फ़क़त मिट्टी का पुतला है,
फ़क़त मिट्टी का पुतला है,
Satish Srijan
इश्क  के बीज बचपन जो बोए सनम।
इश्क के बीज बचपन जो बोए सनम।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
मंदिर जाना चाहिए
मंदिर जाना चाहिए
जगदीश लववंशी
DaminiQuotes
DaminiQuotes
Damini Narayan Singh
नरसिंह अवतार
नरसिंह अवतार
Shashi kala vyas
अधरों को अपने
अधरों को अपने
Dr. Meenakshi Sharma
सितम ढाने का, हिसाब किया था हमने,
सितम ढाने का, हिसाब किया था हमने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
कवि दीपक बवेजा
कहार
कहार
Mahendra singh kiroula
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"प्रेम के पानी बिन"
Dr. Kishan tandon kranti
अगर आपमें मानवता नहीं है,तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क
अगर आपमें मानवता नहीं है,तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क
विमला महरिया मौज
मुझे ना छेड़ अभी गर्दिशे -ज़माने तू
मुझे ना छेड़ अभी गर्दिशे -ज़माने तू
shabina. Naaz
The Little stars!
The Little stars!
Buddha Prakash
"हाथों की लकीरें"
Ekta chitrangini
मेरा तितलियों से डरना
मेरा तितलियों से डरना
ruby kumari
कौन पढ़ता है मेरी लम्बी -लम्बी लेखों को ?..कितनों ने तो अपनी
कौन पढ़ता है मेरी लम्बी -लम्बी लेखों को ?..कितनों ने तो अपनी
DrLakshman Jha Parimal
Tapish hai tujhe pane ki,
Tapish hai tujhe pane ki,
Sakshi Tripathi
तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब,
तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब,
Umender kumar
सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता)
सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता)
Dr. Kishan Karigar
💐प्रेम कौतुक-557💐
💐प्रेम कौतुक-557💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...