कोमल एहसास प्यार का….

मुझे करनी है तुझ संग बाते
आओ बैठो न मेरे पास
पल दो पल मेरे यार..!!
कहनी हैं मनमीत हर अहसास की
प्यारी बात ज़रा थाम लो जीगर तुम
लेकर हाथोंमें हाथ..!!
हाथो में रखकर हाथ कह देंगे वो सारी बात
पर…आँखों से आँखे न मिलाओ
कहीं ‘खो’ न जाएं हम, रह जाएं न अधूरी बात..!!
धक धक धड़कन भी धडके है
अब सम्भालना हैं मुश्किल
सुन लो बोली दिल की वर्ना भुल जाएंगे हम बात..!!
हैं कोमल एहसास प्यार का
पर…इजहार करना क्यों हो जाता कठिन
क्यों होता ऐसा समझ न पाएं मनमीत..!!
मुझे हो गया हैं तुझसे प्यार
रह न जाएं कोई गुंजाइश आधी-अधूरी
कहीं गिर न जाएँ संभालो मुझे मेरे यार…!!!!