Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2023 · 1 min read

कोई तो कोहरा हटा दे मेरे रास्ते का,

कोई तो कोहरा हटा दे मेरे रास्ते का,
थक-सी गई हुँ मंजिल ढूंढते – ढूंढते ।

3 Likes · 2 Comments · 102 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता)
कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
ऐसे इंसानों से नहीं कोई फायदा
ऐसे इंसानों से नहीं कोई फायदा
gurudeenverma198
एक शख्स
एक शख्स
रोहताश वर्मा मुसाफिर
हर हाल में खुश रहने का सलीका तो सीखो ,  प्यार की बौछार से उज
हर हाल में खुश रहने का सलीका तो सीखो , प्यार की बौछार से उज
DrLakshman Jha Parimal
Rap song (3)
Rap song (3)
Nishant prakhar
💐Prodigy Love-28💐
💐Prodigy Love-28💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
निर्धन बिलखे भूख से, कौर न आए हाथ।
निर्धन बिलखे भूख से, कौर न आए हाथ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुम गजल मेरी हो
तुम गजल मेरी हो
साहित्य गौरव
*मिला दूसरा संडे यदि तो, माँ ने वही मनाया【हिंदी गजल/गीतिका 】*
*मिला दूसरा संडे यदि तो, माँ ने वही मनाया【हिंदी गजल/गीतिका 】*
Ravi Prakash
कितने फ़र्ज़?
कितने फ़र्ज़?
Shaily
मन चाहे कुछ कहना....!
मन चाहे कुछ कहना....!
Kanchan Khanna
"शर्म मुझे आती है खुद पर, आखिर हम क्यों मजदूर हुए"
Anand Kumar
अधूरा इश्क़
अधूरा इश्क़
Shyam Pandey
आज
आज
Shyam Sundar Subramanian
■ सामयिक सवाल...
■ सामयिक सवाल...
*Author प्रणय प्रभात*
दोस्त मेरे यार तेरी दोस्ती का आभार
दोस्त मेरे यार तेरी दोस्ती का आभार
Anil chobisa
"होरी"
Dr. Kishan tandon kranti
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
Vishal babu (vishu)
अच्छा अख़लाक़
अच्छा अख़लाक़
Dr fauzia Naseem shad
धैर्य धरोगे मित्र यदि,
धैर्य धरोगे मित्र यदि,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बोलो!... क्या मैं बोलूं...
बोलो!... क्या मैं बोलूं...
Santosh Soni
छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले
छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो पढ़ना जरूर ।
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो पढ़ना जरूर ।
Rajesh vyas
मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग ।
मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग ।
Mahendra Narayan
पर्यावरण
पर्यावरण
नवीन जोशी 'नवल'
मौला के घर देर है पर,
मौला के घर देर है पर,
Satish Srijan
तुम खेलते रहे बाज़ी, जीत के जूनून में
तुम खेलते रहे बाज़ी, जीत के जूनून में
Namrata Sona
इंतजार करो
इंतजार करो
Buddha Prakash
आदिकवि सरहपा।
आदिकवि सरहपा।
Acharya Rama Nand Mandal
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Rohit Kaushik
Loading...