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4 Sep 2022 · 1 min read

कोई ख़्वाहिश नहीं

कोई ख़्वाहिश नहीं, हम ज़िन्दगी थे तेरी ।
बे’वजह ही सही मगर ठहर जाता ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
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*Author प्रणय प्रभात*
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