Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2023 · 1 min read

कोई इतना नहीं बलवान

धरती पर जब जब बढ़े
अपराध और अनाचार
तब तब मानवीय मूल्य
हुए एकदम से तार तार
पीड़ा हरण को अवतरित
हुए खुद जगत के आधार
नए विकल्प देकर उन्होंने
किया मानवता का उद्धार
विधि के नियम तोड़ सके
कोई इतना नहीं बलवान
बात अलग यह किसी को
हो खुद पर बड़ा अभिमान
जब रावण, कंस, बालि का
अभिमान हो गया चूर चूर
फिर कहां मायने रखता है
साधारण मनुष्य का गुरूर

Language: Hindi
181 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्राण प्रतिष्ठा
प्राण प्रतिष्ठा
Mahender Singh
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
VINOD CHAUHAN
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
Piyush Goel
सज्ज अगर न आज होगा....
सज्ज अगर न आज होगा....
डॉ.सीमा अग्रवाल
कर दिया
कर दिया
Dr fauzia Naseem shad
नेता
नेता
Punam Pande
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
संवेदना का कवि
संवेदना का कवि
Shweta Soni
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
Lokesh Sharma
जागो, जगाओ नहीं
जागो, जगाओ नहीं
Sanjay ' शून्य'
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
नीरोगी काया
नीरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं
आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं
DrLakshman Jha Parimal
सोच
सोच
Neeraj Agarwal
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
कवि रमेशराज
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
Kshma Urmila
बचपन के वो दिन कितने सुहाने लगते है
बचपन के वो दिन कितने सुहाने लगते है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
" मेहबूब "
Dr. Kishan tandon kranti
******प्यारी मुलाक़ात*****
******प्यारी मुलाक़ात*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गौर किया जब तक
गौर किया जब तक
Koमल कुmari
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*जीवन को सुधारने के लिए भागवत पुराण में कहा गया है कि जीते ज
*जीवन को सुधारने के लिए भागवत पुराण में कहा गया है कि जीते ज
Shashi kala vyas
प्रेम-प्रेम रटते सभी,
प्रेम-प्रेम रटते सभी,
Arvind trivedi
3967.💐 *पूर्णिका* 💐
3967.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
🙅मैं नहीं कहता...🙅
🙅मैं नहीं कहता...🙅
*प्रणय प्रभात*
अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
वर्तमान से ज्यादा
वर्तमान से ज्यादा
पूर्वार्थ
तन्हाई में अपनी
तन्हाई में अपनी
हिमांशु Kulshrestha
Loading...