Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Mar 2024 · 1 min read

कैसा फसाना है

*** कैसा फसाना है ***
ज़िन्दगी कैसा नगमा है
ना किसी ने यह जाना है
है कौन यहाँ किसका
यह कोई ना जाना है।
कुछ भी नही है अपना
सबकुछ तो वेगाना है
कुछ पल की है ज़िन्दगी
कुछ साध ना जाना है ।।
है दर्द यहां सभी को
ना है सकूं किसी को
कोई धन से पारा है
कोई धन से हारा है
है जग ये परेशान यहां
ये कैसा फ़साना है।।
***दिनेश कुमार गंगवार ***

7 Likes · 1 Comment · 80 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dinesh Kumar Gangwar
View all
You may also like:
बलिदान🩷🩷
बलिदान🩷🩷
Rituraj shivem verma
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
Dr Archana Gupta
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
संस्कारों को भूल रहे हैं
संस्कारों को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
धरती पर स्वर्ग
धरती पर स्वर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*यादें कोमल ह्रदय को चीरती*
*यादें कोमल ह्रदय को चीरती*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हिंदी साहित्य की नई विधा : सजल
हिंदी साहित्य की नई विधा : सजल
Sushila joshi
मैंने कभी भी अपने आप को इस भ्रम में नहीं रखा कि मेरी अनुपस्थ
मैंने कभी भी अपने आप को इस भ्रम में नहीं रखा कि मेरी अनुपस्थ
पूर्वार्थ
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
आर.एस. 'प्रीतम'
" समझ "
Dr. Kishan tandon kranti
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
Keshav kishor Kumar
Unrequited
Unrequited
Vedha Singh
खुशी की तलाश
खुशी की तलाश
Sandeep Pande
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय प्रभात*
पेड़ पौधे और खुशहाली
पेड़ पौधे और खुशहाली
Mahender Singh
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*टूटी मेज (बाल कविता)*
*टूटी मेज (बाल कविता)*
Ravi Prakash
चुप
चुप
Dr.Priya Soni Khare
2915.*पूर्णिका*
2915.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
Lokesh Sharma
उम्र जो काट रहे हैं तेरी यादों के सहारे,
उम्र जो काट रहे हैं तेरी यादों के सहारे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मानवता का मुखड़ा
मानवता का मुखड़ा
Seema Garg
Jeevan ka saar
Jeevan ka saar
Tushar Jagawat
मन में हलचल सी उठे,
मन में हलचल सी उठे,
sushil sarna
दोहा 🌹💖
दोहा 🌹💖
Neelofar Khan
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
सत्य कुमार प्रेमी
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
कवि रमेशराज
झूठ बोल नहीं सकते हैं
झूठ बोल नहीं सकते हैं
Sonam Puneet Dubey
🌸 आशा का दीप 🌸
🌸 आशा का दीप 🌸
Mahima shukla
"घूंघट नारी की आजादी पर वह पहरा है जिसमे पुरुष खुद को सहज मह
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
Loading...