Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jan 2023 · 1 min read

कुल के दीपक

बस दूर तलक जाना है
विस्मृत मंजिल की ओर
जो बनी ही नहीं शायद
कभी किसी एक लिए
बस जाना है
किस ओर किस दिग
पता नही कहां
ढेरों आशाओं का बोझा लिए
बस जाना है

ओ मेरे कुल के दीपक
अस्तित्व तेरा इसी में है
बस जलते चले जाना है
तुझे बस चलते चले जाना है।।

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 52 Views
You may also like:
अष्टांग मार्ग गीत
अष्टांग मार्ग गीत
Buddha Prakash
आईने झूठ तो बोलेंगे नहीं
आईने झूठ तो बोलेंगे नहीं
Ranjana Verma
नींद में गहरी सोए हैं
नींद में गहरी सोए हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सपना वाली लड़की
सपना वाली लड़की
Shekhar Chandra Mitra
विश्व शांति
विश्व शांति
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं आजादी तुमको दूंगा,
मैं आजादी तुमको दूंगा,
Satish Srijan
विश्व गौरैया दिवस
विश्व गौरैया दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🚩अमर काव्य हर हृदय को, दे सद्ज्ञान-प्रकाश
🚩अमर काव्य हर हृदय को, दे सद्ज्ञान-प्रकाश
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दिल का तुमसे
दिल का तुमसे
Dr fauzia Naseem shad
ताउम्र लाल रंग से वास्ता रहा मेरा
ताउम्र लाल रंग से वास्ता रहा मेरा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
रंगों की बारिश (बाल कविता)
रंगों की बारिश (बाल कविता)
Ravi Prakash
!! मुसाफिर !!
!! मुसाफिर !!
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
आस पड़ोस का सब जानता है..
आस पड़ोस का सब जानता है..
कवि दीपक बवेजा
लोकतंत्र को मजबूत यदि बनाना है
लोकतंत्र को मजबूत यदि बनाना है
gurudeenverma198
💐💐प्रेम की राह पर-73💐💐
💐💐प्रेम की राह पर-73💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
***
*** " ओ मीत मेरे.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
“निर्जीव हम बनल छी”
“निर्जीव हम बनल छी”
DrLakshman Jha Parimal
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
shabina. Naaz
सीखने की भूख
सीखने की भूख
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
🙏माॅं सिद्धिदात्री🙏
🙏माॅं सिद्धिदात्री🙏
पंकज कुमार कर्ण
नवगीत
नवगीत
Sushila Joshi
मुबारक हो जन्मदिवस
मुबारक हो जन्मदिवस
मानक लाल"मनु"
मिट्टी के दीप जलाना
मिट्टी के दीप जलाना
Yash Tanha Shayar Hu
वह दौर भी चिट्ठियों का अजब था
वह दौर भी चिट्ठियों का अजब था
श्याम सिंह बिष्ट
वाह-वाह की लूट है
वाह-वाह की लूट है
Dr. Sunita Singh
"शेर-ऐ-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह की धर्मनिरपेक्षता"
Pravesh Shinde
✍️कुछ ख्वाइशें और एक ख़्वाब...
✍️कुछ ख्वाइशें और एक ख़्वाब...
'अशांत' शेखर
नौनी लगै घमौरी रे ! (बुंदेली गीत)
नौनी लगै घमौरी रे ! (बुंदेली गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
पर खोल…
पर खोल…
Rekha Drolia
यही इश्क़ तो नहीं
यही इश्क़ तो नहीं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...