Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Mar 2020 · 1 min read

कुण्डलिया- कोरोना

सतर्क रहें हम सभी दिन हो चाहे रात,
आओ मिलकर दें सभी ‘कोरोना’ को मात।
‘कोरोना’ को मात रहें घर हम सपरिवार,
बाहर न निकलें दिन इक्कीस कहे सरकार।
कह अशोक कविराय करें न कोई कुतर्क,
बचाना जो जीवन रहें हम सभी सतर्क।।

–अशोक छाबडा.

311 Views

Books from Ashok Chhabra

You may also like:
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
🌹🌺शायद तुम भी मेरा कभी यकीन करोगे🌺🌹
🌹🌺शायद तुम भी मेरा कभी यकीन करोगे🌺🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शायरी
शायरी
goutam shaw
ढलती हुई शाम
ढलती हुई शाम
Dr fauzia Naseem shad
क्या ज़रूरत थी
क्या ज़रूरत थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जज़्बातों की धुंध, जब दिलों को देगा देती है, मेरे कलम की क़िस्मत को, शब्दों की दुआ देती है।
जज़्बातों की धुंध, जब दिलों को देगा देती है, मेरे...
Manisha Manjari
आघात
आघात
Dr. Sunita Singh
अंधेरों में मुझे धकेलकर छीन ली रौशनी मेरी,
अंधेरों में मुझे धकेलकर छीन ली रौशनी मेरी,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हवा
हवा
पीयूष धामी
हौसला जिद पर अड़ा है
हौसला जिद पर अड़ा है
कवि दीपक बवेजा
मेरा विज्ञान सफर
मेरा विज्ञान सफर
Ankit Halke jha
उजड़ी हुई बगिया
उजड़ी हुई बगिया
Shekhar Chandra Mitra
मैं आंसू बहाता रहा,
मैं आंसू बहाता रहा,
अनिल अहिरवार
■ खुला दावा
■ खुला दावा
*Author प्रणय प्रभात*
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
Pt. Brajesh Kumar Nayak
महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ
महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ
अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'
उदास
उदास
Swami Ganganiya
रोजी रोटी के क्या दाने
रोजी रोटी के क्या दाने
AJAY AMITABH SUMAN
*उठाओ प्लेट खुद खाओ , खिलाने कौन आएगा (मुक्तक)*
*उठाओ प्लेट खुद खाओ , खिलाने कौन आएगा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
पहला प्यार
पहला प्यार
Pratibha Kumari
Writing Challenge- भय (Fear)
Writing Challenge- भय (Fear)
Sahityapedia
चाय जैसा तलब हैं मेरा ,
चाय जैसा तलब हैं मेरा ,
Rohit yadav
दांतो का सेट एक ही था
दांतो का सेट एक ही था
Ram Krishan Rastogi
"सुख"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम सुखद एहसास।
प्रेम सुखद एहसास।
Anil Mishra Prahari
ख़ुशामद
ख़ुशामद
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ਹਕੀਕਤ ਵਿੱਚ
ਹਕੀਕਤ ਵਿੱਚ
Surinder blackpen
वन्दना
वन्दना
पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी
तुम्हें नमन है अमर शहीदों
तुम्हें नमन है अमर शहीदों
लालबहादुर चौरसिया 'लाल'
उफ्फ यह गर्मी (बाल कविता )
उफ्फ यह गर्मी (बाल कविता )
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...