Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2022 · 1 min read

मैं भारत हूँ

शुचि वेद मंत्र नित आत्म भरे
मैं सत्य सनातन भारत हूँ ।
मैं विजय पताका धर्मों की
मैं सिंधु सभ्यता शाश्वत हूँ ।।

शोभित है भाल हिमालय-सा
हिय में पावन गंगा धारा ।
मनु वंशज भरत,ऋषभ- आत्मज
मैं शक्ति एकता का नारा ।।

मैं संस्कृत भाषा संस्कारित
अध्यात्म ज्योति आलोकित हूँ ।
शुचि वेद मंत्र ………………….।।

हर भेद-भाव को छोड़,विश्व-
का ज्ञान गुरू कहलाता हूँ।
आँखों में लेकर जग-पीड़ा
जनतांत्रिक राग सुनाता हूँ ।।

हर धड़कन में,मैं धड़क रहा
उज्ज्वल स्वरूप में अविगत हूँ ।
शुचि वेद……………………।।

मानस का चिंतन प्रगतिशील
सम्पन्न हृदय संघर्षों से
गरिमा मंडित इतिहास पूज्य
जय सत्यमेव उत्कर्षो से ।।

सांस्कृतिक धरोहर स्वर्ण कलश
निष्ठा से नित्य सदाव्रत हूँ ।
शुचि वेद मंत्र……………….।।

डा. सुनीता सिंंह ‘सुधा’
मौलिक स्वरचित सृजन
वाराणसी

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 2 Comments · 564 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Sunita Singh
View all
You may also like:
मेरुदंड
मेरुदंड
सूर्यकांत द्विवेदी
** मेरे खुदा **
** मेरे खुदा **
Swami Ganganiya
हुआ चैत्र आरंभ , सुगंधित कपड़े पहने (कुंडलिया)
हुआ चैत्र आरंभ , सुगंधित कपड़े पहने (कुंडलिया)
Ravi Prakash
#इंतज़ार_जारी
#इंतज़ार_जारी
*Author प्रणय प्रभात*
इसलिए तुमसे मिलता हूँ मैं बार बार
इसलिए तुमसे मिलता हूँ मैं बार बार
gurudeenverma198
कौन कहता कि स्वाधीन निज देश है?
कौन कहता कि स्वाधीन निज देश है?
Pt. Brajesh Kumar Nayak
आँख
आँख
विजय कुमार अग्रवाल
ख़्वाहिश है तेरी
ख़्वाहिश है तेरी
VINOD KUMAR CHAUHAN
खुशी के माहौल में दिल उदास क्यों है,
खुशी के माहौल में दिल उदास क्यों है,
कवि दीपक बवेजा
मन से चाहे बिना मनचाहा नहीं पा सकते।
मन से चाहे बिना मनचाहा नहीं पा सकते।
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वादा है अपना
वादा है अपना
Shekhar Chandra Mitra
बनाए कुछ उसूल हैं।
बनाए कुछ उसूल हैं।
Taj Mohammad
"वक्त वक्त की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं बनना चाहता हूँ तुम्हारा प्रेमी,
मैं बनना चाहता हूँ तुम्हारा प्रेमी,
Dr. Man Mohan Krishna
यादें
यादें
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दूरियाँ
दूरियाँ
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
Writing Challenge- पेड़ (Tree)
Writing Challenge- पेड़ (Tree)
Sahityapedia
राह भटके हुए राही को, सही राह, राहगीर ही बता सकता है, राही न
राह भटके हुए राही को, सही राह, राहगीर ही बता सकता है, राही न
जय लगन कुमार हैप्पी
दाम रिश्तों के
दाम रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
अज़ल से प्यार करना इतना आसान है क्या /लवकुश यादव
अज़ल से प्यार करना इतना आसान है क्या /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
"जंगल की सैर"
पंकज कुमार कर्ण
राजनीतिक यात्रा फैशन में है, इमेज बिल्डिंग और फाइव स्टार सुव
राजनीतिक यात्रा फैशन में है, इमेज बिल्डिंग और फाइव स्टार सुव
Sanjay ' शून्य'
आओ अब लौट चलें वह देश ..।
आओ अब लौट चलें वह देश ..।
Buddha Prakash
देश के वीरों की जब बात चली..
देश के वीरों की जब बात चली..
Harminder Kaur
बेटियों तुम्हें करना होगा प्रश्न
बेटियों तुम्हें करना होगा प्रश्न
rkchaudhary2012
कृष्णा... अरे ओ कृष्णा...
कृष्णा... अरे ओ कृष्णा...
Seema 'Tu hai na'
उसकी जुबाँ की तरकश में है झूठ हजार
उसकी जुबाँ की तरकश में है झूठ हजार
'अशांत' शेखर
आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है,
आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है,
डी. के. निवातिया
विद्या देती है विनय, शुद्ध  सुघर व्यवहार ।
विद्या देती है विनय, शुद्ध सुघर व्यवहार ।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जालिम
जालिम
Satish Srijan
Loading...