*कुछ सजा खुद को सुनाना चाहिए (हिंदी गजल/गीतिका)*

*कुछ सजा खुद को सुनाना चाहिए (हिंदी गजल/गीतिका)*
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(1)
कुछ सजा खुद को सुनाना चाहिए
सिर घमंडी को झुकाना चाहिए
(2)
भूलने लगती हैं रिश्तेदारियाँ
हाजरी जाकर लगाना चाहिए
(3)
कार ने गूगल से पूछा रास्ता
भैंस के अब पीछे जाना चाहिए
(4)
रौब अपना गाँठने के वास्ते
अंगरक्षक का बहाना चाहिए
(5)
मतलबी पक्षी कहाँ किसके हुए
पेड़ सूखा , नव- ठिकाना चाहिए
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*रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा*
*रामपुर( उत्तर प्रदेश )*
*मोबाइल 99 97 61 5451*