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8 Jan 2023 · 1 min read

किसी भी गम की

किसी भी ग़म की
न कभी
तेरे हिस्से में
कोई शाम आये ।
मुस्कुराता हुआ
तेरे हिस्से में,
तेरा हर एक
पल आये ।।
तमाम ख़ुशियाँ
जहाँ की
तेरा मुकद्दर हों ।
मेरे लबों की
दुआ का
बस तू ही
मरकज़ हो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
10 Likes · 137 Views
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