Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

किसी ज्योति ने मुझको यूं जीवन दिया

किसी ज्योति ने मुझको , यूँ जीवन दिया ।
गुम अंधेरों में था , मुझको रोशन किया ।।
किसी ज्योति ने मुझको ———————–।

पैदा उस घर हुआ , थी गरीबी जहाँ ।
कांटे थे हर कदम , नहीं सुविधा जहाँ ।।
जीवन खुशियों से शिक्षा ने ,भर तब दिया ।
किसी ज्योति ने मुझको ———————-।

जग की रस्मों – रिवाजों से अंजान था ।
ना कोई शौक था , इतना नादान था ।।
कुछ सपनों ने मुझको , जगा तब दिया ।
किसी ज्योति ने मुझको ——————-।

महके गुलशन मेरा, ऐसा हमदम मिले ।
घर हो आबाद मेरा ,प्यार खुशियां मिले ।।
मुकम्मल मेरे सपनों को, उसने कर दिया ।
किसी ज्योति ने मुझको ———————–।

(स्वरचित & स्वलिखित – गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद )

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 93 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2395.पूर्णिका
2395.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
वीरगति सैनिक
वीरगति सैनिक
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जरूरी कहां कुल का दिया कुल को रोशन करें
जरूरी कहां कुल का दिया कुल को रोशन करें
कवि दीपक बवेजा
कृष्ण नामी दोहे
कृष्ण नामी दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
✍️तुम पुकार लो..!✍️
✍️तुम पुकार लो..!✍️
'अशांत' शेखर
तन्हाई
तन्हाई
Alok Saxena
"ज़िंदगी जिंदादिली का नाम है, मुर्दादिल क्या खाक़ जीया करते है
Mukul Koushik
बेदर्द -------
बेदर्द -------
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
सोच
सोच
Shyam Sundar Subramanian
मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया
लक्ष्मी सिंह
जो नहीं दिखते वो दर्द होते हैं
जो नहीं दिखते वो दर्द होते हैं
Dr fauzia Naseem shad
असुर सम्राट भक्त प्रहलाद – पूर्वजन्म की कथा – 03
असुर सम्राट भक्त प्रहलाद – पूर्वजन्म की कथा – 03
Kirti Aphale
दहलीज़ पराई हो गई जब से बिदाई हो गई
दहलीज़ पराई हो गई जब से बिदाई हो गई
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
तभी लोगों ने संगठन बनाए होंगे
तभी लोगों ने संगठन बनाए होंगे
Maroof aalam
ग़र वो है बेवफ़ा बेवफ़ा ही सही
ग़र वो है बेवफ़ा बेवफ़ा ही सही
Mahesh Ojha
कैसे मुझे गवारा हो
कैसे मुझे गवारा हो
Seema 'Tu hai na'
*मेरे वश की बात नहीं (गीतिका)*
*मेरे वश की बात नहीं (गीतिका)*
Ravi Prakash
कलम के सिपाही
कलम के सिपाही
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Love whole heartedly
Love whole heartedly
Dhriti Mishra
*अपवित्रता का दाग (मुक्तक)*
*अपवित्रता का दाग (मुक्तक)*
Rambali Mishra
// अंधविश्वास //
// अंधविश्वास //
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तरबूज का हाल
तरबूज का हाल
डॉ.श्री रमण 'श्रीपद्'
Dr. Arun Kumar shastri
Dr. Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेहनतकश अवाम
मेहनतकश अवाम
Shekhar Chandra Mitra
पल
पल
sangeeta beniwal
जब काँटों में फूल उगा देखा
जब काँटों में फूल उगा देखा
VINOD KUMAR CHAUHAN
💐प्रेम कौतुक-308💐
💐प्रेम कौतुक-308💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुझे ना छेड़ अभी गर्दिशे -ज़माने तू
मुझे ना छेड़ अभी गर्दिशे -ज़माने तू
shabina. Naaz
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
बच्चों को बच्चा रहने दो
बच्चों को बच्चा रहने दो
Manu Vashistha
Loading...