Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2020 · 1 min read

किसान हाइकु

किसान(हाइकु)
***********
1
भुखमरी की
कगार पर आज
है अन्नदाता
2
है कर्जदार
देश का कर्णधार
हाल-बेहाल
3
भूखे हैं बच्चे
बिखरे अरमान
टूटे सुपनें
4
बाढ़ की मार
सूखे का सूखापन
करे बर्बाद
5
जेठ की गर्मी
पौष की शीत रातें
सहे किसान
6.
फसली कीड़े
सरकारी नीतियां
नोचती रोज
7
नहीं बढ़ती
फसलों की कीमत
है मंहगाई
8
दर बदर
खाता है ठोकरें
बन लाचार
9
आए बीमारी
या हो बेटी की शादी
चिंता में लीन
10
कब तक वो
भरे पेट देश का
रह के भूखा
11
कोई सुनेगा
तीखी चीख चित्कार
और पुकार……..
*************

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
Tag: हाइकु
406 Views

Books from सुखविंद्र सिंह मनसीरत

You may also like:
*धूप शीत में खिली सुनहरी, अच्छी लगती है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*धूप शीत में खिली सुनहरी, अच्छी लगती है (हिंदी गजल/...
Ravi Prakash
हक
हक
shabina. Naaz
Destiny
Destiny
Nav Lekhika
* नियम *
* नियम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रात गुज़र जायेगी यूं ही
रात गुज़र जायेगी यूं ही
Surinder blackpen
अंधेरों रात और चांद का दीदार
अंधेरों रात और चांद का दीदार
Charu Mitra
हम हक़ीक़त को
हम हक़ीक़त को
Dr fauzia Naseem shad
#शिव स्तुति#
#शिव स्तुति#
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
है नारी तुम महान , त्याग की तुम मूरत
है नारी तुम महान , त्याग की तुम मूरत
श्याम सिंह बिष्ट
✍️घुसमट✍️
✍️घुसमट✍️
'अशांत' शेखर
" चलन "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रेम का गीत ही, हर जुबान पर गाया जाए
प्रेम का गीत ही, हर जुबान पर गाया जाए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बाल मनोविज्ञान
बाल मनोविज्ञान
Pakhi Jain
■ कटाक्ष...
■ कटाक्ष...
*Author प्रणय प्रभात*
आदमी की बात
आदमी की बात
Shekhar Chandra Mitra
शब्द यदि हर अर्थ का, पर्याय होता जायेगा
शब्द यदि हर अर्थ का, पर्याय होता जायेगा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मैं फिर आऊँगा
मैं फिर आऊँगा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
इसलिए तुमसे मिलता हूँ मैं बार बार
इसलिए तुमसे मिलता हूँ मैं बार बार
gurudeenverma198
इन बादलों की राहों में अब न आना कोई
इन बादलों की राहों में अब न आना कोई
VINOD KUMAR CHAUHAN
💐प्रेम कौतुक-167💐
💐प्रेम कौतुक-167💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
हुई कान्हा से प्रीत, मेरे ह्रदय को।
हुई कान्हा से प्रीत, मेरे ह्रदय को।
Taj Mohammad
ब्याह  रचाने चल दिये, शिव जी ले बारात
ब्याह रचाने चल दिये, शिव जी ले बारात
Dr Archana Gupta
Unki julfo ki ghata bhi  shadid takat rakhti h
Unki julfo ki ghata bhi shadid takat rakhti h
Sakshi Tripathi
सखी री, होली के दिन नियर आईल, बलम नाहिं आईल।
सखी री, होली के दिन नियर आईल, बलम नाहिं आईल।
राकेश चौरसिया
बचे हैं जो अरमां तुम्हारे दिल में
बचे हैं जो अरमां तुम्हारे दिल में
Ram Krishan Rastogi
प्रकृति का उपहार- इंद्रधनुष
प्रकृति का उपहार- इंद्रधनुष
Shyam Sundar Subramanian
इश्क रोग
इश्क रोग
Dushyant Kumar
"Har Raha mukmmal kaha Hoti Hai
कवि दीपक बवेजा
इक क्षण
इक क्षण
Kavita Chouhan
Loading...