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12 Jan 2023 · 1 min read

कारण मेरा भोलापन

गिरगिट रंग को समझ न पाता
कारण मेरा भोलापन।
अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

काग चेष्टा मैं न जानूँ,
बको भक्ति न सुहाए।
न लोमड़ी सी है चालाकी,
सहज सरल मन भाये।
बेईमानी मुझको नहीं आती,
कारण मेरा भोलापन।
अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

कभी न शंका मन में आई,
क्योंकि ये तो है सग भाई ।
कहां दलाली खाएगा,
नहीं हानि पहुंचाएगा।
अपने बनकर चिपका देते,
कारण मेरा भोलापन।
अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

घड़ियाली आँसू सच लगते,
फर्क समझ न पाता हूँ।
सच्चाई आती समक्ष तो,
मन ही मन पछताता हूँ।
कभी कभी भारी क्षति होती,
कारण मेरा भोलापन।

अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

उसकी दया हमेशा मुझ पर,
सब कुछ रहता है भरपूर।
ठग जाता पर मैं नहीं ठगता,
प्रपंचों से रहता दूर।
उसकी कृपा संग संग चलती,
कारण मेरा भोलापन।
अक्सर लोगों में ठग जाता,
कारण मेरा भोलापन।

सतीश सृजन, लखनऊ.

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 50 Views
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