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10 Aug 2022 · 1 min read

@@कामना च आवश्यकता च विभेदः@@

एका कामना भवति।एका आवश्यकता भवति।क्षुधाया: समये अन्नम् आवश्यकता भवति।कामना शरीरस्य आवश्यकता भवति।प्राप्तवस्तु: तु अवश्यमेव मिलिष्यति।परं स्वकर्तव्यस्य पालनं न करणस्य दण्ड: भविष्यति।प्रारब्धेन् प्राप्तवस्तुषु सन्तोष: करोतु।परं नवीनं कार्येषु सन्तोष: न कुरु।भगवत् सम्बन्धी वार्तासु सन्तोष: न कुरु।यतोहि एषा अस्माकं आवश्यकता। सत्संगस्य च भजनस्य च ध्यानस्य च आवश्यकता भवति। कामना न।

©®अभिषेक:पाराशर:

Language: Sanskrit
1 Like · 217 Views
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