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4 Aug 2024 · 1 min read

कातिल उसकी हर अदा,

कातिल उसकी हर अदा,
कमसिन उसके ख्वाब ।
आतिश बन कर आ गया,
भीगा हुआ शबाब ।।
सुशील सरना / 4-8-24

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